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इंडियन ओवरसीज बैंक का कर्ज महंगा, रेपो रेट बढ़ने के बाद बैंक ने दिया झटका, कितनी बढ़ गई EMI

रिजर्व बैंक द्वारा रेपो रेट में बढ़ोतरी करने के बाद पब्लिक सेक्टर के इंडियन ओवरसीज बैंक (IOB) ने लोन की दरों, मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ड लैंडिंग रेट (MCLR) और रेपो-लिंक्ड लेंडिंग रेट (RLLR) में इजाफा कर दिया है. बैंक की नई उधार दरें 10 दिसंबर से लागू होंगी. इससे टर्म लोन की ईएमआई आगे बढ़ने की संभावना है.

दरअसल, 7 दिसंबर को हुई रिज़र्व बैंक की पॉलिसी मीटिंग में रेपो रेट में 0.35 फीसदी की बढ़ोतरी का फैसला किया गया. इसे देखते हुए इंडियन ओवरसीज बैंक ने MCLR दरों में 35 बेसिक पॉइंट्स तक  बढ़ोतरी की है. इसके साथ ही बैंक ने अपनी RLLR में भी बदलाव किया है.

अब कितना होगा बैंक का एमसीएलआर 
इंडियन ओवरसीज बैंक की रेग्युलेटरी फाइलिंग के मुताबिक 1 साल की MCLR दर को 20 बेसिस प्वाइंट बढ़ाकर 8.05 प्रतिशत से 8.25 प्रतिशत कर दिया है. जबकि 2 साल की MCLR दर को 8.10 प्रतिशत से 25 बेसिक पॉइंट्स बढ़ाकर 8.35 प्रतिशत कर दिया है. वहीं 3 साल की MCLR दर 10 दिसंबर से 30 बेसिक पॉइंट्स की बढ़ोतरी के साथ मौजूदा दर 8.10 प्रतिशत से 8.40 प्रतिशत हो जाएगी.

छोटी अवधि के लिए नई MCLR दरें
इंडियन ओवरसीज बैंक ने छोटी अवधि के लिए MCLR दरों को भी बढ़ा दिया है. छह महीने की अवधि के लिए मौजूदा 7.95 प्रतिशत में 20 बेसिक पॉइंट्स की बढ़ोतरी से 8.15 प्रतिशत कर दिया है. जबकि तीन महीने के लिए MCLR 15 बेसिक पॉइंट्स बढ़ाकर 7.85 प्रतिशत से 8 प्रतिशत कर दिया है. इसी तरह 1 महीने की अवधि के लिए भी MCLR दर को 20 बेसिक पॉइंट्स बढ़ाकर 7.50 प्रतिशत से 7.70 प्रतिशत कर दिया गया है.

दरें बढ़ने के साथ ही बैंक के शेयरों में आया उछाल
इंडियन ओवरसीज बैंक ने बुधवार को MCLR और RLLR दरों में बढ़ोतरी की घोषणा की. बैंक ने RLLR दरों को बढ़ाकर 9.107 कर दिया है. यानी ये दरें अब 6.25 प्रतिशत से बढ़कर 9.10 प्रतिशत हो गई हैं. नई दरें 10 दिसंबर से प्रभावी होंगी. बैंक की दरों में बढ़ोतरी के साथ ही इसके शेयरों में उछाल देखा गया. बीएसई पर बैंक का स्टॉक 4.57 प्रतिशत बढ़कर 24.05 रुपये पर बंद हुआ. स्टॉक अपने 52 हफ़्तों के रिकॉर्ड हाई के काफ़ी करीब पहुंच गया, जो कि 24.85 रुपये है. बैंक का वर्तमान मार्केट कैप 45,460 करोड़ रुपये से अधिक है.