देश

पाकिस्‍तानी ड्रोन की घुसपैठ के 5 हॉटस्‍पॉट, इनसे ऐसे निपट रही है सेना

पंजाब (Punjab) में भारत पाकिस्तान सीमा (India Pakistan Border) के पांच स्‍पॉट पाकिस्तानी ड्रोन घुसपैठ (Pakistani Drone Infiltration) के लिए सबसे मुनासिब जगह बन गए हैं. पिछले एक साल के ड्रोन एनालिसिस में खुफिया सुरक्षा एजेंसियों (Intelligence Security Agencies) ने इन स्‍पॉट्स को पहचाना है. इन स्‍पॉट्स पर सालभर के भीतर कई बार ड्रोन मूवमेंट हुआ है. हालांकि कुछ मौकों पर ड्रोन को मार गिराया और कुछ मौकों पर ड्रोन को मार भगाया भी गया है. दरअसल पाकिस्‍तान इन स्‍पॉट्स को ड्रोन साजिश के लिए अहम मानता है. वह यहीं से बार-बार ड्रोन को भारत की सीमा में दाखिल करने की कोशिश कर रहा है. खुफिया सुरक्षा एजेंसियों ने पाकिस्‍तान की इस साजिश का काला चिट्ठा बेनकाब किया है.

खुफिया सुरक्षा एजेंसियों ने बताया है कि ड्रोन मूवमेंट पर नजर रखी जा रही है. घुसपैठ के लिए जिन स्‍थानों का बार-बार इस्‍तेमाल किया जा रहा है, वहां पर खासतौर पर सख्‍त सुरक्षा की जा रही है. ऐसे में भारत पाकिस्तान सीमा पर ड्रोन को लगातार मार गिराया जा रहा है. पाकिस्‍तान की ड्रोन साजिश की परतें बेनकाब भी हो रही हैं. पंजाब सेक्‍टर सीमा में खासतौर पर सुरक्षा एजेंसियों ने ड्रोन घुसपैठ रोकने के पूरे प्रबंध किए हैं. पंजाब के सीमावर्ती जिले गुरदासपुर, अमृतसर और तरनतारन में ड्रोन घुसपैठ देखी गई है.

अमृतसर, गुरदासपुर और तरनतारन में सबसे ज्‍यादा ड्रोन मूवमेंट
एजेंसियों का कहना है कि ड्रोन खतरे के लिहाज से अमृतसर जिले में 3 जबकि गुरदासपुर और तरनतारन में एक- एक स्पाट को खतरनाक माना गया है. बीते एक साल के भीतर इन जगहों पर ड्रोन मूवमेंट सबसे अधिक देखा गया है. यहां अन्‍य इलाकों के अपेक्षा कई गुना अधिक बार घुसपैठ की कोशिशों को नाकाम किया गया है. यहां ड्रोन मूवमेंट अक्‍सर देखा जाता रहा है. दरअसल ऐसा समझा जा रहा है कि इन स्‍थानों को पाकिस्‍तान ने इसलिए चुना है क्‍योंकि इन जिलों में नदी के किनारे झाड़ियां हैं, आबादी बहुत कम है और नदी का पानी ठीक भारत और पाकिस्तान की सीमा को छूता है.

सीमा पर 23 बार ड्रोन को मार गिराया गया
बताया गया है कि पिछले 11 महीनों में पंजाब भारत पाकिस्तान सीमा पर 23 बार ड्रोन को मार गिराया गया है जो कि अब तक की इतनी अवधि में ड्रोन मार गिराए जाने की सबसे ज्यादा तादाद है. इन 5 स्पॉट के अलावा पिछले 1 महीने में पंजाब सेक्टर में ही कई ऐसी लोकेशन को चिन्हित किया गया है जहां एकाएक ड्रोन मूवमेंट बढ़ी हैं. यही वजह है कि हर संवेदनशील चौकी पर एंटी ड्रोन सिस्टम (Anti Drone System) लगाकर ऐसा कवच तैयार किया जा रहा है जिससे पाकिस्तान की इस नई चाल को पल भर में नाकाम किया जा सके.