ष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (National Statistical Office) आज शुक्रवार शाम को वित्त वर्ष 2022-23 के लिए इकोनॉमिक ग्रोथ का पहला अनुमान जारी करेगा. यह आंकड़े तब जारी किए जा रहे हैं जब इसके तीन हफ्ते बाद 1 फरवरी को लोकसभा में आम बजट पेश होने वाला है. बता दें कि इस डेटा का उपयोग सरकार अगले वित्त वर्ष 2023-24 के लिए बजट को तैयार करने के लिए करेगी. इस लिहाज़ से ये आंकड़े काफी महत्वपूर्ण हैं.
आरबीआई ने 2022-23 के लिए वास्तविक जीडीपी वृद्धि 6.8 प्रतिशत, तीसरी तिमाही में 4.4 प्रतिशत और चौथी तिमाही में 4.2 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया था. इसने दिसंबर 2022 में तीसरी बार 2022-23 के लिए विकास अनुमान को पार कर लिया था.
आरबीआई ने घटाया इकोनॉमिक ग्रोथ का अनुमान
पिछले महीने की शुरुआत में भारतीय रिजर्व बैंक ने चालू वित्त वर्ष के लिए देश की जीडीपी यानी सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि का अनुमान 7 प्रतिशत से घटाकर 6.8 प्रतिशत कर दिया था. इसके पीछे की वजह विश्व में जारी भू-राजनीतिक तनाव और वैश्विक वित्तीय संकट को बताया गया था.
केंद्रीय बैंक ने पहले भी घटाया अनुमान
चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में देश की जीडीपी वृद्धि पिछली तिमाही में 13.5 प्रतिशत से घटकर 6.3 प्रतिशत हो गई. हालांकि, अप्रैल 2022 में केंद्रीय बैंक ने जीडीपी वृद्धि के अनुमान को 7.8 प्रतिशत से घटाकर 7.2 प्रतिशत कर दिया था और पिछले साल सितंबर में इसे घटाकर 7 प्रतिशत कर दिया था.