भारत में ट्रेन का लेट होना (Train Late) आम बात है. खराब मौसम या परिचालन संबंधी किसी अन्य दिक्कत के चलते रेलगाड़ियां अक्सर देरी से चलती है या फिर अपने गंतव्य तक पहुंचती है. लेकिन, क्या आपको पता है कि देश की पहली कॉर्पोरेट ट्रेन तेजस (Tejas Express) अगर लेट हो जाए तो यात्री रिफंड पाने के हकदार हैं. जी हां, तेजस एक्सप्रेस का संचालन करने वाली रेलवे की कंपनी आईआरसीटीसी (IRCTC) ट्रेन के लेट होने पर पैसेंजर पैसे देती है. यह पैसा घंटों के हिसाब से दिया जाता है.
आईआरसीटीसी के अनुसार, तेजस ट्रेन के एक घंटा लेट होने पर यात्रियों को 100 रुपये वापस दिए जाते हैं. वहीं, ट्रेन के दो घंटे से ज्यादा लेट हो जाने पर 250 रुपये रिफंड के रूप में दिए जाते हैं. अभी पिछले रविवार को भी आईआरसीटीसी को तेजस एक्प्रेस के लेट होने पर यात्रियों को रिफंड देना पड़ा था.
यह मामला 9 जनवरी का है. लखनऊ से दिल्ली आ रही तेजस ट्रेन के शनिवार रात 10 बजे नई दिल्ली पहुंचना था. लेकिन, ट्रेन रविवार सुबह 8 बजे पहुंची. इस तरह तेजस एक्सप्रेस ने पूरे 10 घंटे देरी से यात्रियों को दिल्ली पहुंचाया. इसकी वजह से आईआरसीटीसी 440 यात्रियों को 250 रुपये प्रति यात्री के हिसाब से 1.10 लाख रुपये रिफंड के रूप में दिए.
ऐसे लें रिफंड
अगर तेजस एक्सप्रेस अगर किसी भी कारण से अपने गंतव्य तक देरी से पहुंचती है इस ट्रेन के यात्री के पास आईआरसीटीसी का एक मैसेज आता है. इसमें एक लिंक होता है. इस लिंक पर क्लिक करने पर एक पेज ओपन होता है, जहां यात्री को अपनी यात्रा संबंधी जानकारी देनी होती है. इसके बाद अगर तेजस ट्रेन 1 घंटे लेट है तो यात्री को 100 रुपये रिफंड खाते में आ जाता है. दो या दो घंटे से ज्यादा ट्रेन लेट होने पर 250 रुपये यात्री को मिलते हैं. रिफंड उस अकाउंट में आएगा, जिससे ट्रेन की टिकट बुकिंग के लिए पैसे दिए गए थे.