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पिछले 6 सालों में पहुंचा 8.65 फीसदी तक, न्यूनतम रहा 8.10 प्रतिशत, FD से रहा हमेशा बेहतर

कभी प्रोविडेंट फंड (PF) की ब्याज दर 8.65 फीसदी हुआ करती थी. कालांतर में इसमें कमी आई है और वित्त वर्ष 2021-22 (FY22) के लिए पीएफ पर 8.1 फीसदी ब्याज दर को मंजूरी मिली थी. खबरों की मानें तो सरकार वित्त वर्ष 2022-23 (FY23) के लिए पीएफ जमा पर ब्याज दर करीब 8 फीसदी रख सकती है.

रिपोर्ट के मुताबिक, वित्त वर्ष 2022-23 के लिए पीएफ ब्याज दर पर फैसला करने के लिए इस महीने के अंत में या मार्च की शुरुआत में रिटायरमेंट फंड बॉडी एंप्लाई प्रोविडेंट फंड ऑर्गेनाइजेशन यानी ईपीएफओ (EPFO) के सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टी (CBT) की बैठक होने की उम्मीद है. इसके बाद 2022-23 की कमाई के आधार पर इसकी फाइनेंस इन्वेस्टमेंट और ऑडिट कमेटी द्वारा सिफारिश की जाएगी.

आइए जानतें हैं कि पिछले 6 साल में पीएफ पर किस दर से ब्याज मिलता रहा है.
2016-17 में 8.65 फीसदी
2017-18 में 8.55 फीसदी
2018-19 में 8.65 फीसदी
2019-20 में 8.50 फीसदी
2020-21 में 8.50 फीसदी
2021-22 में 8.10 फीसदी

क्या होता है ईपीएफ
एंप्लाई प्रोविडेंट फंड (EPF) को संभालने के लिए सरकार की तरफ से ईपीएफओ बनाया गया है. फंड के पैसे की देखभाल और रखवाली यही संस्था करती है. ईपीएफ एक ऐसी स्कीम है जिसमें कोई कर्मचारी अपनी सैलरी का कुछ हिस्सा जमा करता है. यह पैसा उसकी प्रोविडेंट फंड अर्थात आगे के खर्च के लिए जमा किया जाता है. नौकरीपेशा लोगों के लिए ईपीएफ का पैसा उनकी जिंदगी भर की कमाई होती है. इस स्कीम में जमा पैसे रिटायरमेंट के बाद निकालता है. कुछ खास स्थितियों में पहले भी पैसे निकाले जा सकते हैं.