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कांग्रेस ने विपक्षी एकता के लिए चला नया दांव, पीएम पद की दावेदारी भी त्यागने को तैयार

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने अगले साल यानी 2024 में होने वाले लोकसभा चुनावों से पहले विपक्षी एकता का आह्वान करते हुए कहा कि ‘विभाजनकारी ताकतों’ के खिलाफ एकजुट होकर लड़ना बेहद जरूरी है. इसके साथ ही उन्होंने संकेत दिया कि इस तरह की एकजुटता के बीच यह ‘सवाल नहीं’ है कि प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार कौन होगा.

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के 70वें जन्मदिन के अवसर पर बुधवार को डीएमके के एक कार्यक्रम के दौरान अपने संबोधन में खरगे ने आरोप लगाया कि बीजेपी चुनावी फायदे के लिए ध्रुवीकरण का प्रयास कर रही है, जबकि जनता महंगाई और बेरोजगारी से जूझ रही है.

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि देश और संविधान को बचाने के लिए एकजुट रहना जरूरी है. उन्होंने कहा, ‘सभी समान विचारधारा वाले विपक्षी दलों को विभाजनकारी ताकतों के खिलाफ लड़ाई में एकजुट होना चाहिए.’

इसके साथ ही उन्होंने कहा, ‘मैंने कभी नहीं कहा कि कौन नेतृत्व करेगा, (2024 में) कौन प्रधानमंत्री बनेगा. हम (कांग्रेस) यह नहीं बता रहे हैं कि कौन नेतृत्व करेगा या कौन नेतृत्व करने जा रहा है. यह सवाल नहीं है. हम एकजुट होकर लड़ना चाहते हैं, यही हमारी इच्छा है. इसलिए, हमने धर्मनिरपेक्षता के नाम पर, आजादी के नाम पर, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर कई बार कुर्बानी दी है.’