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G-20 बैठक में भारत से माफी मांगने लगे रूसी विदेश मंत्री लावरोव! पश्चिमी देशों पर जमकर बरसे

रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने जी-20 बैठक में पश्चिमी देशों पर जमकर बरसे. गुरुवार को विदेश मंत्रियों की बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पश्चिमी देशों ने जी-20 के एजेंडे को मजाक बना दिया है. उन्होंने कहा कि भारत द्वारा उठाए गए विकास के मुद्दों पर यूक्रेन का मुद्दा हावी हो गया है. इसके लिए उन्होंने भारत और जी-20 के सहयोगी दक्षिणी देशों से माफ़ी मांगी है.

रूसी विदेश मंत्री ने भारत से माफ़ी मांगते हुए कहा, ‘कई पश्चिमी प्रतिनिधिमंडलों के अभद्र व्यवहार के लिए मेजबान भारत और वैश्विक दक्षिण के देशों के सहयोगियों से माफी मांगना चाहता हूं, जिन्होंने G20 एजेंडे पर काम को मजाक में बदल दिया है और वे अपनी आर्थिक विफलता को दूसरे देशों पर थोपना चाहते हैं, खासकर रूस पर.’ उन्होंने कहा कि हम पश्चिमी देशों द्वारा आर्थिक संबंधों को बर्बाद करते हुए देख रहे हैं, वे इन संबंधों को हथियार और ऊर्जा क्षेत्रों में परिवर्तन कर रहे हैं.

लावरोव ने कहा कि रूस आर्थिक स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण योगदान देना जारी रखेगा. उन्होंने कहा, ‘हम G-20 में एक निष्पक्ष बातचीत के लिए तैयार हैं. हमें उम्मीद है कि इस साल सितंबर में होने वाला दिल्ली शिखर सम्मेलन पश्चिमी देशों की स्वार्थी नीति को थोड़ा कम करेगा.’ G20 विदेश मंत्रियों की बैठक का पहला सत्र गुरुवार को बहुपक्षवाद, खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा और सहयोग के विकास पर केंद्रित था.

जी20 की बैठक शुरुआत पीएम मोदी की संबोधन से शुरू हुआ. अपने संबोधन में यह संदेश दिया कि रूस-यूक्रेन का मुद्दा बैठक के बाकी एजेंडों पर हावी नहीं होना चाहिए. उन्होंने कहा, ‘हम गहरे मतभेदो के दौर में मिल रहे हैं. इन मतभेदों को कैसे हल किया जा सकता है, इस पर हम सभी की अपनी स्थिति और हमारा अपना नजरिया है. हालांकि, दुनिया की अग्रणी अर्थव्यवस्थाओं के रूप में, हमारी जिम्मेदारी उन देशों के प्रति भी बनती है जो जी-20 के सदस्य नहीं हैं.’