रायपुर । राजधानी में केंद्रीय राजभाषा विभाग की ओर से पश्चिम और मध्य क्षेत्र के कार्यालयों का सम्मेलन हुआ । इस कार्यक्रम में गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा ने कहा कि वास्तव में राजभाषा विभाग कई गतिविधियां करता है । राजभाषा को बढ़ावा देने के कार्यों में नरकास ने सौ फीसदी लक्ष्य को प्राप्त किया है । राजभाषा के लिए अच्छे करने वाले कार्यालयों को पुरस्कृत किया जा रहा है । उन्होंने कहा कि यह गर्व का विषय है कि राजभाषा को बढ़ावा देने के लिए उल्लेखनीय कार्य किए गए है जो सबके प्रयास से संभव हो पाया है । देश में सभी भाषाओं का सम्मान करते हुए अनेक प्रयोग किए जा रहे है । उन्होंने कहा कि भारत के पक्ष में माहौल बना बना है और दुनिया भर के लोगों में भारत को जानने की अभिलाषा है जो विश्व को एक कुटुंब मानता है । केंद्रीय गृह राज्यमंत्री ने कहा कि संविधान में हिंदी को राजभाषा का दर्जा दिया गया है । दर्जा तो मिल गया वास्तव में हिंदी को स्वीकारने में बहुत समय लगा । उन्होंने कहा कि पहले हिन्दुस्तानी भाषा का स्वरूप जो था हिन्दुस्तानी बोली जाती थी । एस वक़्त हम सकारात्मक समय में खड़े है । देश में ही भाषाओं को एक दूसरे के खिलाफ खड़े कर दिया गया था । जब से प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी की सरकार बनी है लोगो की सोच में परिवर्तन आया है । हिंदी या स्थानीय भाषाओं को लोग बेहिचक बोल रहे है । केंद्रीय गृह मंत्री ने भी सभी को अपनी भाषा बोलने प्रोत्साहित किया । देश में भाषाई कटुता खत्म हो गई है । सभी भाषाओं के पक्ष को लोग स्वीकार करने लगे है यह भाषा आगे बढ़े इसके लिए जरूरी भी है।उन्होंने कहा कि हिंदी का अखिल भारतीय सम्मेलन 2021 में किया गया । कंठस्थ एप में 24 लाख से ज्यादा शब्द है ,हिंदी के । उन्होंने कहा कि शब्द सिंधु भी सभी प्रचलित शब्दों को सामने लाने का एक प्रयास है । जिसमे सभी भाषाओं के सभी विषयों के शब्द होंगे । जरूरत पूरी करने वाले शब्द इसमें समाहित होंगे । राजभाषा विभाग ने अनेक सुविधाए और प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराए है । पीएम ने देश में ऐसा माहौल बनाया कि अभी भाषा का प्रयोग सभी जगह हो रहा है। उन्होंने कहा कि अब लोगो ने विश्वसनीयता के साथ अपना पक्ष रखा , व्रत त्योहार परम्परा को आगे बढ़ाने का कार्य किय है । दुनिया का भारत के प्रति विश्वास बना है।कई aap बनाए गए है ।हमने लोगो को वहीं दिखाया जो पहले से हमारे पास है ।अब वातावरण बदला है सभी हिंदी में बात करते है ।क्षेत्रीय भाषाई बोली जा रही है । लोकसभा में भी संसद अपनी भाषा बोल रहे है । ढाई करोड़ से ज्यादा लोग है जो 40 देशों में रहते है । केंद्रीय गृह राज्य मंत्री ने कहा कि हिंदी 100 से ज्यादा विश्व विद्यालयों में पढ़ाई जा रही है । संयुक्त राष्ट्र संघ भी हिंदी का प्रयोग कर रहा है 2018 के बाद हिंदी में दस्तावेज जारी किए जा रहे है । उन्होंने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का प्रयोग हो रहा है । फिजी की संसद में पहली बार हिंदी में सांसदों ने भाषण दिया । श्री मिश्रा ने कहा कि भारत का प्रभाव बढ़ा तो विश्व का कल्याण हो रहा है । राजभाषा विभाग का प्रयास है कि भारत की भाषाओं का सम्मान बढ़ना चाहिए ।