देश

H3N2: भारत में तेजी से बढ़ रहे केस, नीति आयोग ने कहा- दवा और ऑक्सीजन रखें तैयार, जानें क्या है वजह

भारत में मौसमी इंफ्लूएंजा के सब टाइप एच3एन2 (Influenza A virus subtype H3N2) के मामलों को लेकर नीति आयोग की बैठक खत्म हो गई है. नीति आयोग ने कोविड वर्किंग ग्रुप, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव, राज्यों के स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ हुई इस बैठक में वायरस के खिलाफ तैयारी की समीक्षा की. इसके साथ ही साथ आयोग ने राज्यों को वायरस से निपटने के लिए तैयारी करने के निर्देश दिए हैं. इसके साथ ही अस्पतालों में मैन पावर, मेडिकल ऑक्सीजन उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा है. आयोग ने इसके लिए लोगों को जागरुक करने के लिए कदम उठाने के लिए भी कहा है.

आयोग ने इंफ्लूएंजा से निपटने के लिए कोरोना वायरस जैसे नियमों का पालन करने का निर्देश दिया है. इसके लिए लोगों को सावधानी बरतनी होगी. नाक-मुंह ढंकने, भीड़-भाड़ वाली जगहों पर अतिरिक्त सावधानी बरतने और संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने पर जांच कराने और लक्षण पाए जाने पर बचने की सलाह दी है.

केंद्र ने जताई चिंता
इससे पहले केन्द्र ने कुछ राज्यों में कोविड-19 संक्रमण दर में हो रही बढ़ोतरी को लेकर चिंता जाहिर की और कहा कि इससे तुरंत निपटने की जरूरत है. केंद्र ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से इंफ्लूएंजा जैसी बीमारी (आईएलआई) या गंभीर तीव्र श्वसन संक्रमण (एसएआरआई) के मामलों के रूप में पेश होने वाली सांस से जुड़ी बीमारियों की निगरानी के लिए दिशानिर्देशों का पालन करने का अनुरोध किया.

भारत में क्या है स्थिति?
आईडीएसपी-आईएचआईपी (इंटीग्रेटेड हेल्थ इन्फॉरमेशन प्लेटफॉर्म’ पर उपलब्ध ताजा आंकड़ों के अनुसार, नौ मार्च तक इंफ्लूएंजा के विभिन्न स्वरूपों के 3,038 मामले सामने आये हैं, जिनमें एच3एन2 के मामले भी शामिल हैं.