छत्तीसगढ़

अमिता दुबे सहित छत्तीसगढ़ के अनेक साहित्यकार नई दिल्ली में हुए सम्मानित

देश की राजधानी में गूंजा लक्ष्मण मस्तूरिया का लोकप्रिय छत्तीसगढ़ी गीत ‘मोर संग चलव …..

राष्ट्रीय स्तर की संस्था मंजिल ग्रुप साहित्यिक मंच (मगसम) द्वारा नई दिल्ली के हर्ष विहार में आयोजित तीन दिवसीय समारोह में छत्तीसगढ़ के नगरी-सिहावा अंचल (जिला -धमतरी)निवासी साहित्यकार श्रीमती अमिता दुबे को तीन विशेष पुरस्कारों से सम्मानित किया गया । हाल ही में आयोजित तीन दिवसीय इन्हें समारोह में इन्हें मिलाकर छत्तीसगढ़ के अनेक साहित्यकार सम्मानित हुए।श्रीमती अमिता दुबे को तीन सम्मान प्रदान किए गए। इनमें मगसम की ओर से मातोश्री सम्मान ,गीताश्री संस्थान (काशी भाषा संस्थान )की ओर से साहित्य विभूति सम्मान छत्तीसगढ़ के बिलासपुर निवासी एच. एस. चाहिल परिवार की ओर से दलजीत कौर स्मृति सम्मान शामिल है।उनके अलावा छत्तीसगढ़ से सम्मानित हुए अन्य साहित्यकारों में रायपुर के अमरनाथ त्यागी,बिलासपुर के अंजनी तिवारी ,किरण लता वैद्य प्रदीप वैद्य ,डॉ. मनोरमा चन्द्रा और मंजूलता सरावगी ,करगी रोड के गया प्रसाद साहू ,पांडुका (जिला -गरियाबंद) के पुरुषोत्तम चक्रधारी , रायगढ़ के बी. एल. नायक. निर्भय गुप्ता और रोशन पटेल भी शामिल थे। समारोह में अनेक पुस्तकों का विमोचन भी हुआ।मुख्य अतिथि की आसंदी से समारोह को अंजनी कुमार सुधाकर ने और अध्यक्षीय आसंदी से सम्बोधित करते हुए सभी सम्मानित साहित्यकारों को बधाई और शुभकामनाएं दी।सम्मान के लिए देश भर से प्राप्त 42 हजार रचनाओं में से एक हजार 111रचनाकारों का चयन मगसम संस्था द्वारा किया गया था। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के साहित्यकारों ने राज्य के सुप्रसिद्ध कवि स्वर्गीय लक्ष्मण मस्तूरिया के लोकप्रिय छत्तीसगढ़ी गीत ‘मोर संग चलव’ पर आधारित समूह नृत्य प्रस्तुत कर आमंत्रितों का दिल जीत लिया।इस गीत और नृत्य में मुख्य स्वर और संगीत गयाप्रसाद साहू ने दिया । समारोह में छत्तीसगढ़ के अलावा ओड़िशा ,महाराष्ट्र ,बिहार ,झारखंड ,राजस्थान ,कर्नाटक ,उत्तरप्रदेश ,तमिलनाडु और दिल्ली के साहित्यकार और साहित्यप्रेमी प्रबुद्ध नागरिक भी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।