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‘भ्रष्टाचार में शामिल सभी चेहरे एक साथ एक मंच पर आ रहे हैं’ : PM मोदी का विपक्षी दलों पर कड़ा प्रहार

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विपक्षी दलों पर कड़ा प्रहार करते हुए मंगलवार को कहा कि भ्रष्टाचार में लिप्त नेता एक साथ, एक मंच पर आ रहे हैं और कुछ दलों ने मिलकर ‘भ्रष्टाचारी’ बचाओ अभियान छेड़ा हुआ है. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के केंद्रीय कार्यालय के विस्तार का लोकार्पण करने के बाद अपने संबोधन में मोदी ने कहा कि पूरे विश्व में आज जब हिंदुस्तान का डंका बज रहा है, तो देश के भीतर और देश के बाहर बैठी ‘भारत विरोधी शक्तियों’ का एकजुट होना स्वाभाविक है.

उन्होंने कहा, ‘यह शक्तियां किसी भी तरह भारत से विकास का एक कालखंड छीन लेना चाहती हैं.’ उन्होंने कहा कि आज भारत का सामर्थ्य अगर फिर बुलंदी की तरफ जा रहा है, तो इसके पीछे उसकी एक मजबूत नींव है, जो उसकी संवैधानिक संस्थाओं में है. उन्होंने कहा, ‘इसलिए आज भारत को रोकने के लिए हमारी इस नींव पर चोट की जा रही है. संवैधानिक संस्थाओं पर प्रहार किया जा रहा है. उन्हें बदनाम करने का अभियान छेड़ा जा रहा है. उनकी विश्वसनीयता खत्म करने की साजिश की जा रही है.’

प्रधानमंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचार में लिप्त लोगों पर जब एजेंसियां कार्यवाही करती हैं, तो एजेंसियों पर हमला किया जाता है और जब अदालत कोई फैसला सुनाती है, तो उस पर सवाल उठाए जाते हैं. उन्होंने कहा, ‘न्यायिक प्रणाली पर हमले होते हैं. आप सब देख रहे हैं कुछ दलों ने मिलकर भ्रष्टाचारी बचाओ अभियान छेड़ा हुआ है. आज भ्रष्टाचार में लिप्त जितने भी चेहरे हैं, वह सब एक साथ, एक मंच पर आ रहे हैं.’

पीएम मोदी ने कहा कि यह पूरा देश या देख रहा है और समझ भी रहा है. उन्होंने कहा, ‘भ्रष्टाचार ने हमारे देश का बहुत नुकसान किया है और उसे दीमक की तरह खोखला किया है.’ उल्लेखनीय है कि संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण में पहले दिन से ही दोनों सदनों में हंगामे के कारण अवरोध की स्थिति बनी हुई है. कांग्रेस समेत विपक्षी दलों के सदस्य अडाणी मुद्दे पर संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) बनाने की मांग कर रहे हैं.

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को सूरत की एक अदालत द्वारा मानहानि के एक मामले में दोषी करार दिए जाने तथा दो साल के कारावास की सजा सुनाये जाने के बाद उन्हें निचले सदन की सदस्यता से अयोग्य करार दिये जाने के मद्देनजर कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन और तेज हो गया है. कांग्रेस के इस प्रकार के प्रदर्शनों में उसे अन्य विपक्षी दलों का भी साथ मिला है.