जन्मशताब्दी वर्ष की भी हुई शुरुआत
बड़ी संख्या में साहित्यकार ,पत्रकार , जन प्रतिनिधि और नागरिक हुए शामिल
जांजगीर 3 अप्रैल 2023।स्व.बिसाहू दास महंत स्मृति आयोजन समिति जांजगीर और छत्तीसगढ़ साहित्य एवं संस्कृति संस्थान रायपुर के संयुक्त तत्वावधान में जिला मुख्यालय व जांजगीर के बीडीएम बालोद्यान में छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ राजनेता, पूर्व विधायक एवं मध्यप्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री स्वर्गीय बिसाहूदास महंत जन्मशताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में साहित्यकारों ,पत्रकारों और प्रबुद्धजनों का सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इसके साथ ही स्वर्गीय श्री महंत के जन्मशताब्दी वर्ष की भी शुरुआत हुई। ज्ञातव्य है कि स्वर्गीय श्री बिसाहूदास महंत तत्कालीन अविभाजित मध्यप्रदेश की विधानसभा में छह बार विधायक रह चुके थे। उन्होंने मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और मध्यप्रदेश सरकार के मंत्री के रूप में भी अपने सार्वजनिक दायित्वों का बख़ूबी निर्वहन किया ।
उनकी स्मृति में जांजगीर में आयोजित समारोह में छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष चरणदास महंत ने राजधानी रायपुर के साहित्यकार राम पटवा द्वारा सम्पादित स्मारिका ‘कबीर परंपरा के संत राजनेता बिसाहूदास महंत’ का विमोचन किया । समारोह की अध्यक्षता छत्तीसगढ़ सरकार के राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने की । कार्यक्रम में कोरबा की लोकसभा सांसद श्रीमती ज्योत्सना महन्त , छत्तीसगढ़ राज्य गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष राजर्षि महन्त रामसुन्दर दास, रायपुर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष सुभाष धुप्पड़ अरब शाकम्बरी बोर्ड के अध्यक्ष श्री पटेल विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे। सभी वक्ताओं ने स्वर्गीय श्री बिसाहूदास महंत के सहज -सरल व्यक्तित्व और छत्तीसगढ़ तथा मध्यप्रदेश के विकास में उनके योगदान को याद किया। समारोह में बड़ी संख्या में साहित्यकार ,पत्रकार और जांजगीर, सक्ति , कोरबा , बिलासपुर , रायपुर सहित छत्तीसगढ़ के विभिन्न क्षेत्रों से आए साहित्यकार और जनप्रतिनिधि और प्रबुद्ध नागरिक शामिल हुए।
उल्लेखनीय है कि विमोचित स्मारिका ‘कबीर परंपरा के संत राजनेता बिसाहूदास महंत’ स्वर्गीय बिसाहूदास महंत के पारिवारिक , राजनीतिक एवं सामाजिक जीवन का संक्षिप्त दस्तावेज़ है । विमोचन समारोह में छत्तीसगढ़ साहित्य एवं संस्कृति संस्थान रायपुर के अध्यक्ष डॉ.सुशील त्रिवेदी सहित डॉ एल.एस. निगम ,डॉ . चित्तरंजन कर,अजय तिवारी , डॉ. सुधीर शर्मा, दिवाकर मुक्तिबोध ,आशीष ठाकुर ,अरविन्द मिश्रा, जयप्रकाश मानस , डॉ . माणिक विश्वकर्मा ‘नवरंग’, राम पटवा देवाशीष मुखर्जी, डॉ सुरेश शुक्ला तथा जांजगीर के विजय दुबे ,विजय राठौर और सतीश सिंह भी मौज़ूद थे।