WEF की इस रिपोर्ट के अनुसार, अगले 5 वर्षों में 6.9 करोड़ नौकरियां सृजित होंगी और 2027 तक 8.3 करोड़ पोस्ट खत्म हो जाएंगी. इसके परिणामस्वरूप 14 मिलियन यानी 1 करोड़ 40 लाख नौकरियों का नुकसान होगा.
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस( AI), मशीन लर्निंग (Machine Learning) और डेटा सेगमेंट के बढ़ते चलन के कारण भारतीय जॉब मार्केट में नौकरियों में करीब 22 प्रतिशत बदलाव देखने को मिल सकता है.
ग्लोबल जॉब मार्केट में साल 2027 तक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग (38 फीसदी), डाटा एनालिस्ट व साइंटिस्ट्स (33 फीसदी) और डेटा एंट्री क्लर्क (32 फीसदी) की नौकरियां पैदा होने की संभावना है.
शिक्षा, कृषि और डिजिटल कॉमर्स और ट्रेड में बड़े पैमाने पर नौकरी में वृद्धि होने की उम्मीद है. एजुकेशन सेक्टर में नौकरियों के 10% बढ़ने की संभावना है, जिससे विश्वविद्यालय और हायर एजुकेशन में शिक्षकों के लिए 30 लाख अतिरिक्त नौकरियां पैदा होंगी.
वहीं, एग्रीकल्चर सेक्टर में खास तौर पर कृषि उपकरण ऑपरेटर्स, ग्रेडर और सॉर्टर्स के लिए नौकरियों में 15-30 प्रतिशत की वृद्धि होने की उम्मीद है, जिससे अतिरिक्त 40 लाख नौकरियां बढ़ेंगी.