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साइक्लोन ‘मोचा’ दस्तक को तैयार! कहां-कितनी मचेगी तबाही? इन राज्यों में दिख सकता है असर

बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने के चलते मोचा तूफान बन रहा है. यह तूफान भयंकर रूप लेते हुए आगे बढ़ रहा है. मौसम विभाग का कहना है कि इस हफ्ते यह तूफान पश्चिम बंगाल और ओडिशा के तट से टकराएगा. मौसम विभाग ने पश्चिम बंगाल, ओडिशा और आंध्र प्रदेश में अगले तीन दिन भारी बारिश का अलर्ट भी जारी किया है. भारत मौसम विज्ञान विभाग ने सोमवार को चेतावनी दी थी कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर बनने वाला चक्रवात मोचा शुक्रवार तक एक बहुत ही गंभीर तूफान में बदल सकता है.

इस दौरान हवा की स्पीड 130 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है. साथ ही विभाग ने यह भी कहा कि मंगलवार तक इसके लैंडफॉल का डिटेल मिल सकता है. मौसम ब्यूरो ने कहा कि सोमवार को दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी और उससे सटे दक्षिण अंडमान सागर के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बना. इसके 9 मई को एक दबाव के रूप में और 10 मई को चक्रवात मोचा में बदलने की संभावना है. तूफान के 12 मई के आसपास बांग्लादेश और म्यांमार के तटों की ओर बढ़ने की उम्मीद है.

अंडमान-निकोबार द्वीप पर पर्यटकों के लिए चेतावनी जारी
छोटे समुद्री जहाजों और मछुआरों को मंगलवार से बाहर नहीं निकलने की चेतावनी दी गई है. मौसम विभाग ने अधिकारियों से 8 से 12 मई के बीच अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के पास पर्टयन और शिपिंग को लेकर चेतावनी जारी की है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को लोगों को आश्वासन दिया कि आवश्यक एहतियाती कदम उठाए गए हैं और घबराने की कोई जरूरत नहीं है. क्योंकि चक्रवात मोचा पूर्वी राज्य में दस्तक नहीं दे सकता है.

सीएम ममता बनर्जी ने कहा- घबराने की कोई बात नहीं
सीएम ममता बनर्जी ने कहा, “चक्रवात मोचा के बारे में घबराने की कोई बात नहीं है. यह पश्चिम बंगाल में लैंडफॉल नहीं कर सकता है. लेकिन राज्य के तटीय इलाकों को सतर्क रहने को कहा गया है. एहतियात के तौर पर 10 और 11 मई को सुंदरबन और दीघा में अलर्ट जारी किया गया है.’ अलीपुर मौसम विभाग ने कहा है कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने डिप्रेशन का राज्य पर ज्यादा असर नहीं होगा.