प्रचंड चक्रवाती तूफान ‘मोचा’ भले ही म्यांमार और दक्षिण-पूर्व बांग्लादेश के तटों को पार कर गया हो, लेकिन भारत में इसका असर अभी भी बना हुआ है. 14 मई को म्यांमार के क्यौकप्यू के बीच और बांग्लादेश के कॉक्स बाजार में 180-190 किलोमीटर प्रति घंटे की तेज हवाओं के तबाही मचाने के बाद यह और उग्र होकर एक अत्यंत गंभीर चक्रवाती तूफान के रूप में बदल गया.
म्यांमार में बड़ी तबाही मचाने के बाद मोचा साइक्लोन अब कमजोर होकर म्यांमार और बांग्लादेश को पार कर गया है. लेकिन तूफान का असर अभी भी बाकी है. मोचा के कारण बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी का असर पूर्वोत्तर भारत, पश्चिम बंगाल का पहाड़ी क्षेत्र और बिहार के कुछ हिस्सों में देखने को मिल रहा है. इन इलाकों में बारिश हो रही है.
मौसम एक्सपर्ट का कहना है कि मोचा से उपजी नमी के चलते प्रभावित इलाकों में अभी एक हफ्ते और बारिश की स्थिति बनी रहेगी.
मॉनसून में देरी
मौसम विभाग के अनुसार मॉनसून बंगाल की खाड़ी में अंडमान सागर के क्षेत्र में समय पर ही आ रहा है. यहां मॉनसून आमतौर पर 20 मई को दस्तक देता है और इस बार यह एकदम समय पर क्षेत्र में प्रवेश कर रहा है. हालांकि, केरल में 5 दिन की देरी देखने को मिल रही है. केरल में मॉनसून के आगमन को ही भारत में मॉनसून की एंट्री माना जाता है. केरल में मॉनसून की दस्तक का समय एक जून है. इस बार मॉनसून यहां 5 जून तक आने का पूर्वानुमान है.
दिल्ली में राहत नहीं
दिल्ली और आसपास के इलाकों में लोगों को अभी तेज गर्मी से कोई राहत मिलती नहीं दिखाई दे रही है. 24 मई तक तेज लू चलने के आसार हैं. हालांकि देश के कुछ इलाकों में इस दौरान हल्की या मध्यम बारिश से मौसम में कुछ राहत मिल सकती है. लेकिन दिल्लीवालों को यह राहत नहीं मिलने वाली. मौसम विभाग ने उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश और राजस्थान के कुछ स्थानों पर हल्की बारिश का पूर्वानुमान व्यक्त किया है.