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सस्‍ता होगा हवाई सफर! कुछ रुट्स पर बेतहाशा बढ़ा किराया तो सरकार ने उठाया बड़ा कदम

केंद्र सरकार ने एयरलाइन कंपनियों को हवाई टिकटों के दाम (Flight ticket price) निर्धारित करते समय संयम बरतने और अधिकतम और न्‍यूनतम कीमतों में संतुलन बनाए रखने को कहा है. सरकार की सलाह ऐसे समय में आई है जब बजट एयरलाइन गो फर्स्‍ट (Go First) की उड़ाने बंद होने के बाद कुछ रूट्स पर टिकटों के दाम बेतहाशा बढ़ गए हैं. हालांकि, सरकार ने साफ किया है कि हवाई टिकटों की कीमत को नियंत्रित करने का उसका कोई इरादा नहीं है.

नागरिक उड्डयन मंत्रालय (Ministry Of Civil Aviation) के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि एयरलाइनों को टिकटों के रेट तय करते वक्‍त ‘संयम बरतने’ और ‘किसी प्रकार का संतुलन बनाए रखने’ के लिए कहा गया है. अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि ऐसी स्थिति नहीं हो सकती है जहां सबसे कम और उच्चतम किराए के बीच एक बड़ा अंतर हो.

कुछ रुट्स पर बेतहाशा बढ़े हैं रेट
नकदी की तंगी के बाद गो फर्स्ट ने 3 मई से फ्लाइट बंद कर दी थी जिन रूटों पर गो फर्स्ट संचालित हो रहा था, उनके हवाई किराए में भारी उछाल आया है. इन मार्गों में दिल्ली-श्रीनगर और दिल्ली-पुणे भी शामिल हैं. . ट्रैवल पोर्टल Ixigo के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली-लेह मार्ग पर औसत एक तरफा हाजिर किराया 20-28 अप्रैल की अवधि की तुलना में 3-10 मई की अवधि के दौरान 125 प्रतिशत बढ़कर औसतन 13,674 रुपये हो गया. इसी अवधि में, दिल्ली-श्रीनगर मार्ग पर औसत एक तरफ़ा स्पॉट किराया 86 प्रतिशत बढ़कर 16,898 रुपये हो गया.

कोरोना महामारी के गुजरने के बाद भारतीय एविएशन सेक्टर रफ्तार पकड़ रहा है. आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार अप्रैल 2023 में भारत में 128.88 लाख यात्रियों ने हवाई यात्रा की. गो फर्स्‍ट की सेवाएं ऐसे समय में बंद हुई जब पीक सीजन शुरू होने वाला है. जून को पीक ट्रैवल सीजन माना जाता है. बाजार, मांग, मौसम और कुछ अन्‍य कारकों को ध्‍यान में रखते हुए एयरलाइंस टिकटों के दाम तय करती हैं. सीटों की मांग में वृद्धि के साथ विमान किराया बढ़ता है.