छत्तीसगढ़

राजगोपाल को मिला जापान का निवानो विश्व -शांति पुरस्कार 

नई दिल्ली में आयोजित सम्मान समारोह में शामिल हुए छत्तीसगढ़ के समाज सेवी
रायपुर 21 मई 2023 । छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के वरिष्ठ चिकित्सक और समाजसेवी डॉ. सत्यजीत साहू नई दिल्ली के गांधी शांति प्रतिष्ठान (गाँधी पीस फाउंडेशन )द्वारा  आयोजित  राजगोपाल पी.वी. के सम्मान समारोह में शामिल हुए। कार्यक्रम की अध्यक्षता देश के जल पुरूष के नाम से विख्यात मैगससे पुरस्कार विजेता राजेंद्र सिंह ने की ।

यह समारोह सुप्रसिद्ध गांधीवादी चिन्तक और सर्वोदयी विचारक  श्री राजगोपाल को जापान के प्रतिष्ठित निवानो विश्व -शांति पुरस्कार  मिलने पर आयोजित किया गया । गांधी शांति प्रतिष्ठान  नई दिल्ली के सभागार में आयोजित कार्यक्रम में  डॉ सत्यजीत साहू ने  राजगोपाल  पी .वी .  को शाल भेंट कर बधाई दी । डॉ सत्यजीत साहू के साथ छत्तीसगढ़ से एडवोकेट ठाकुर संतोष और सूरज दुबे ने भी छत्तीसगढ़ की दो समाज सेवी संस्थाओं (1) दोस्त  और (2) प्योर  का प्रतिनिधित्व किया।

   समारोह को संबोधित करते हुए  राजगोपाल  पी . वी.  ने कहा कि अहिंसा का उपयोग करके न्याय पर आधारित शांतिपूर्ण समाज का निर्माण हम सबका उद्देश्य होना चाहिए। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी का भी यही विचार था कि  अहिंसा दरअसल सबसे गरीब और सबसे कमजोर व्यक्ति को शक्तिशाली बनाने का माध्यम है । उन्होंने कहा कि शांतिपूर्ण समाज  निर्माण के लिये चार सूत्रीय दृष्टिकोण की ज़रूरत है जिससे शमिल है- अहिंसक शासन, अहिंसक सामाजिक कार्यवाही, अहिंसक अर्थव्यवस्था और  अहिंसक शिक्षा ।  डॉ.  सत्यजीत साहू ने बताया कि राजगोपाल  पी. वी. को निवानो विश्व -शांति पुरस्कार जापान की राजधानी टोक्यो में आयोजित एक विशेष समारोह में इस महीने की ग्यारह तारीख को प्रदान किया गया। वर्ष 1970 के दशक में चम्बल के 654 डाकुओं के आत्म समर्पण में और उन्हें समाज की शांतिपूर्ण मुख्यधारा में शामिल करवाने में राजगोपाल  पी. वी . का भी बहुत महत्वपूर्ण योगदान था। इस बीच राजगोपाल  देश भर में महात्मा गांधी और आचार्य विनोबा भावे के विचारों को जन -जन तक पहुँचाने के प्रयास में लगे हुए हैं। डॉ. साहू ने कहा कि  राजगोपाल पी . वी . को विश्व शांति पुरस्कार मिलना देश के उन सभी प्रयासों को सम्मानित करना है,  जिनसे  अहिंसक तरीक़े से आदिवासियों, वंचितों और ग़रीबों को न्याय दिलाने का प्रयास किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ भी राजगोपाल पी. वी. की कर्मभूमि है। इस सम्मान के सिलसिले में देश भर के  विभिन्न राज्यों  में आयोजन होने वाले हैं । राजगोपाल पी .वी.  आगामी ज़ून माह में छत्तीसगढ़ प्रवास पर आएंगे। तब रायपुर में भी उनके सम्मान में कार्यक्रम प्रस्तावित है ।