सरकारी ई-मार्केटप्लेस (GeM) जिसे सरकार के अमेजन के तौर पर भी जाना जाता है, उसके जरिये अधिकतम सरकारी खरीद को बढ़ाने के लिए एक अहम अभ्यास शुरू किया गया है. सरकार ने चालू वित्तवर्ष में सभी मंत्रालयों को उनकी सरकारी खरीद की क्षमता का एक खाका तैयार करने के लिए कहा है. ऐसा फैसला इसलिए लिया गया है क्योंकि GeM से पिछले वित्त वर्ष में 2 लाख करोड़ की सरकारी खरीद और सेवाएं ली गईं जो उसके पिछले वित्त वर्ष से दो गुना है. क्योंकि केंद्र और राज्य सरकारों ने खरीद के लिए GeM को चुना था. इसके बाद सरकार काफी उत्साहित है. और अब GeM अपने सपनों के पंखों को फैलाने पर विचार कर रही है और चालू वित्त वर्ष में उसने अपना लक्ष्य 3 लाख करोड़ रुपये रखा है.
एक शीर्ष अधिकारी ने न्यूज 18 को बताया कि सरकारी खरीद की क्षमता का खाका तैयार करना, सरकार का उच्च स्तर पर निगरानी रखने का एक महत्वपूर्ण अभ्यास है. आपको बता दें कि GeM प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक महत्वाकांक्षी परियोजना है.
मंत्रालयों को करना क्या होगा?
सरकार ने सभी मंत्रालयों से वित्तीय वर्ष 2022-23 में हुई वास्तविक सरकारी खरीद और 2023-24 वित्तीय वर्ष में सरकारी खरीद के लक्ष्य से जुड़ा हुए डाटा मांगा है. इस तरह एकत्र हुआ डाटा GeM में बनाए गए डैशबोर्ड पर अपलोड किया जाएगा. एक शीर्ष अधिकारी ने हालिया आदेशों का हवाला देते हुए बताया कि, शासनादेश है कि 100 फीसद सरकारी खरीद GeM के माध्यम से ही की जाए और बाहरी खरीद की कोई भी योजना नहीं होनी चाहिए. हालांकि अगर ऐसा लगता है कि GeM के बाहर से खरीद बेहद जरूरी है तो वाजिफ वजह या औचित्य एक तय प्रारूप में दिया जाए.
सरकार ने GeM के जरिए या इससे बाहर खरीद जैसे कि विदेशी मुद्रा में भुगतान की जाने वाली बोलियां, जो फिलहाल GeM के माध्यम से संभव नहीं है, इन सभी प्रक्रिया का एक विस्तृत ब्रेक अप मांगा है. इस अभ्यास के जरिये GeM के माध्यम से खरीद में बढ़ोतरी की अपेक्षा की जा रही है. सरकारी अनुमान के मुताबिक GeM पर अब तक की न्यूनतम बचत 10 फीसद है जो 2016 के बाद से 40,000 करोड़ रुपये के सार्वजनिक धन में तब्दील हो गई है.
GeM का अब तक के विकास का सफर
वित्तीय वर्ष 2022-23 में GeM से हुई सरकारी खरीद और सेवाओं का आंकड़ा 2 लाख करोड़ को पार कर गया. 2016 में जब GeM पोर्टल चालू हुआ तब इससे 400 करोड़ के करीब का व्यवसाय हुआ था, अगले साल यह बढ़कर 5800 करोड़ पर पहुंच गया. दो साल पहले GeM ने अपने व्यवसाय में वृद्धि करते हुए 35000 करोड़ का आंकड़ा छुआ था और 2021-22 में यह तिगुना होकर 1.06 लाख करोड़ पर पहुंच गया.