रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है. यह दर 6.50 प्रतिशत बनी रहेगी. मार्जिनल स्टैंडिंग फैसिलिटी (MSF) भी 6.75 प्रतिशत बनी रहेगी. अप्रैल में भी इन दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया था. आरबीआई के गर्वनर शक्तिकांत दास इसे लेकर आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में ये जानकारी दी. बताया कि कमेटी के सभी सदस्यों ने एकमत से ये फैसला लिया है.
पहले ही समझा जा रहा था कि इस बार रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं होने वाला. एक्सपर्ट ऐसा अनुमान इसलिए लगा रहे थे क्योंकि पिछले कुछ समय के दौरान महंगाई दर कुछ शांत हुई है. हालांकि गवर्नर ने इस बात का जिक्र करते हुए कहा कि महंगाई पर लगाम तो लगी है, मगर यह अभी भी टारगेट से ऊपर चल रही है. फिलहाल रेपो रेट 6.50 प्रतिशत है.
मनीकंट्रोल की एक खबर के मुताबिक, समाचार एजेंसी रायटर्स के पोल में सभी अर्थशास्त्रियों ने इस बार रेपो रेट स्थिर रहने की भविष्यवाणी की थी. ऐसे में होम लोन, ऑटो लोन की किस्तें भर रहे लाखों लोगों के लिए यह राहत की खबर है कि किस्तें फिलहाल बढ़ेंगी नहीं.
महंगाई दर के बारे में बात करते हुए गर्वनर शक्तिकांत दास ने कहा कि अप्रैल में रिटेल महंगाई दर अक्टूबर 2021 के बाद सबसे निचले स्तर पर आ गई है. अप्रैल 2023 में रिटेल महंगाई दर 4.7 प्रतिशत रह है. भारत की थोक मूल्य सूचकांक (WPI) मुद्रास्फीति इसी साल अप्रैल में घटकर -0.92 फीसदी रह गई, जो इससे एक महीना पहले मार्च में 1.34 प्रतिशत थी.
क्या हुआ था अप्रैल में
इसी साल अप्रैल में आरबीआई ने रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया था. इस दर को लिक्विडिटी एडजस्टमेंट फैसिलिटी (LAF) के तहत 6.50 फीसदी पर ही रखा था. इसी तरह स्टैंडिंग डिपोजिट फैसिलिटी (SDF) को भी न बदलते हुए 6.25 फीसदी रखा था. बात करें मार्जिनल स्टैंडिंग फैसिलिटी (MSF) की तो वह भी 6.75 फीसदी की दर पर अनचेंज्ड रही थी.