अमेरिका के बेहद खास और खतरनाक ड्रोन को लेकर भारत की डील आज फाइनल हो सकती है. भारतीय रक्षा मंत्रालय अमेरिका के प्रीडेटर ड्रोन के सौदे पर मुहर लगा सकता है. पिछले कई वर्षों से इस डील को लेकर काम किया जा रहा है. बीच में कुछ समय के लिए इस डील को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया था. लेकिन पीएम मोदी के अमेरिकी दौरे से ठीक पहले इसपर फैसला लिया जा सकता है. न्यूज एजेंसी एएनआई ने रक्षा अधिकारियों के हवाले से लिखा है कि दिल्ली में होने वाली रक्षा अधिग्रहण परिषद की बैठक में MQ-9B SeaGuardian ड्रोन को लेकर डील फाइनल हो सकती है.
इसके अलावा रक्षा अधिकारियों के मुताबिक अन्य ‘मेड इन इंडिया’ डिफेंस डील को लेकर इस बैठक में चर्चा हो सकती है. इस बैठक में रक्षा मंत्रालय और सेना के शीर्ष अधिकारी शामिल होंगे. रक्षा सूत्रों ने एएनआई को बताया कि ड्रोन की संख्या को 30 से 18 या फिर उससे भी कम करने की योजना थी. लेकिन अब भारत अमेरिका से 30 ड्रोन खरीदेगा. आज सुबह 10 बजे से शुरू हुई बैठक में इस डील को लेकर महत्वपूर्ण फैसला लिया जा सकता है और इसके लिए अमेरिका लगातार कोशिश कर रहा है.
रक्षा मंत्रालय की ये खास बैठक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 21 से 24 जून तक अमेरिका दौरे से ठीक पहले हो रही है, जिसमें कई रक्षा सौदों को लेकर चर्चा हो सकती है. बता दें कि अमेरिकी ड्रोन MQ-9B SeaGuardian को अमेरिकी रक्षा कंपनी जनरल एटॉमिक्स ने बनाया है. इस ड्रोन की खासियत यह है कि ये काफी सटीक निशाना साधता है और दुश्मल को जब तक भनक लगती है. तब तक ये अपना काम कर चुका होता है. इस ड्रोन में ऐसी मिसाइल फिट की जाती है, जिससे किसी भी छोटे से छोटे टारगेट को तबाह किया जा सकता है. अमेरिका ने हाल ही में इस तरह के ड्रोन का इस्तेमाल कर अल-कायदा प्रमुख अल जवाहिरी पर हमला किया था और उसे मार गिराया था.