छत्तीसगढ़ जैव विविधता बोर्ड के सदस्य सचिव और अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक, अरूण कुमार पांडेय ने मीडिया के माध्यम से बताया कि फरवरी 2021 को दुर्ग वनमंडल के गिधवा ग्राम में पक्षी महोत्सव आयोजित किया गया था जिसमें छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और छत्तीसगढ़ के वन मंत्री मोहम्मद अकबर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए थे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने घोषणा की थी कि गिधवा में एक “पक्षी जागरूकता एवं प्रशिक्षण केंद्र” बनेगा और इस स्थान को पर्यटन के रूप में विकसित किया जाएगा क्योंकि यहाँ पर संपूर्ण एशिया से बहुत से प्रवासी पक्षी आते हैं।
इसी घोषणा को उसका मूल रूप देने के लिए छत्तीसगढ़ वन विभाग द्वारा उचित दिशा में कार्य प्रारंभ की गया और वह अब उसके मूल रूप की ओर अग्रसर है।
इस स्थान पर एक बड़े भवन का निर्माण किया जा रहा है जिसमें एक इंटरप्रिटेशन सेंटर, फिल्म शो की व्यवस्था के साथ-साथ पर्यटकों के लिए अन्य व्यवस्थाएं भी रहेंगी। यहां पर पर्यटकों की सुविधा के लिए बैटरी चालित रिक्शों का भी प्रबंध रहेगा। इस पर्यटन स्थल पर स्थानीय ग्राम वासियों को प्रशिक्षण देकर उनके लिए रोजगार की व्यवस्था की जाएगी। साथ ही प्रशिक्षित ग्रामवासी पर्यटकों को दूरबीन की सहायता से पक्षी दिखाएंगे और पर्यटकों की अन्य व्यवस्थाओं का भी ध्यान रखेंगे। इस दिशा में बहुत से ग्राम वासियों को प्रशिक्षण दिया गया है और कार्य निरंतर गति से किया जा रहा है।
पिछले एक वर्ष से यहां पर गांव के लोगों को बर्ड गाइड के रूप में प्रशिक्षित किया जा रहा है जो कि यहां आने वाले पक्षियों को भलीभांति पहचानते हैं। छत्तीसगढ़ का बायोडायवर्सिटी बोर्ड इन्हें उचित प्रशिक्षण दे रहा है और साथ ही यहां आने वाले पक्षियों की गणना भी कर रहा है। इस स्थान पर गीदवा, परसदा, मुरकुटा, नागदा और ऐरमसाही तालाब में पक्षियों की गणना हो रही है। यहां पर बहुत बड़ी संख्या में प्रवासी पक्षी आते हैं जिन की प्रजातियां लगभग 100 से अधिक हैं। यह पक्षी मध्य एशिया के फ्लाईवे अर्थात चीन की ओर से आते हैं।
अरुण कुमार पांडेय ने कहा कि छत्तीसगढ़ जैव विविधता बोर्ड को पूरी आशा है कि बहुत जल्द ही यह स्थान एक बर्ड सफारी के रूप में विकसित होगा। भवन निर्माण की प्रगति का अवलोकन करते हुए यह बताया गया कि अगस्त 2023 तक इसका कार्य पूर्ण हो जाएगा ताकि सितंबर माह के अंत तक इसका विधिवत उद्घाटन हो सके।
यहाँ हो रहे कार्यों का सूक्ष्म रूप से अवलोकन करने के लिए जैव विविधता बोर्ड के चेयरमैन राकेश चतुर्वेदी और सदस्य सचिव अरुण कुमार पांडेय ने दौरा किया। साथ में दुर्ग वृत्त के मुख्य वन संरक्षण बी पी सिंह, वन मंडल अधिकारी, दुर्ग शशी कुमार और एसडीओ सहित समस्त अधिकारी स्थान पर उपस्थित थे।