पिछले कुछ दशकों में दुनिया की जलवायु पर अल नीनो के असर का ज्यादा ही दिखाई देने लगा है. लेकिन भारत में इसका गर्मी और मानसून के मौसम पर असर कैसा हो सकता है इस पर ज्यादा विश्लेषण होता है. इस साल भी अल नीनो का असर दुनिया भर में और साथ ही भारत में भी देखने को मिल रहा है. भारत में फिलहाल मानसून भारत में देरी से आया है और देश में कई इलाकों में अब भी उसका इंतजार हो रहा है. मौसम विभाग का कहना है कि अल नीनो का सर्दी के मौसम और अगले साल की गर्मी पर कैसा असर होगा. इसका देश की रबी की फसल खास तौर पर गेहूं पर ज्यादा होगा
सर्दी और ग्रमी पर होगा कैसा असर
भारत के मौसम विभाग का कहना है कि अल नीनो सबसे बुरा असर सर्दी के मौसम में होने वाली बारिश पर नकारात्मक प्रभाव छोड़ेगा. इसका एक बड़ा असर यह भी देखने को मिलेगा कि अगले साल की गर्मी सबसे भीषण होने वाली है. भारत में गर्मी के मौसम से ही तय होता है कि देश में मानसून कैसा होगा जबकि सर्दियों में बारिश में पश्चिमी विक्षोभ जैसे प्रभावों की भी बड़ी भूमिका होती है.