छत्तीसगढ़

नये समाज के  निर्माण के लिए  हमारे युवा बन सकते हैं शांतिपूर्ण -अहिंसक परिवर्तन के संदेशवाहक ; राजगोपाल

निवानो विश्व शांति पुरस्कार विजेता राजगोपाल का छत्तीसगढ़ युवा संवाद  में हुआ नागरिक सम्मान

भारत के सुप्रसिद्ध गांधीवादी विचारक ,  सर्वोदयी चिन्तक तथा वरिष्ठ समाज सेवी  पी.वी. राजगोपाल को छत्तीसगढ़  की राजधानी रायपुर में बीती शाम आयोजित छत्तीसगढ़ राज्य स्तरीय युवा संवाद कार्यक्रम में सम्मानित किया गया। यह नागरिक सम्मान समारोह श्री राजगोपाल को जापान के प्रतिष्ठित निवान विश्व   शांति पुरस्कार मिलने के उपलक्ष्य में छत्तीसगढ़ की दो समाज सेवी संस्थाओं (1) डॉक्टर्स ऑन स्ट्रीट (दोस्त) और प्रोग्रेसिव यूटिलाइजेशन ऑफ रिसर्च एंड इकोनॉमिक्स (प्योर) द्वारा  आयोजित किया गया। रायपुर के सिविल लाइन स्थित वृन्दावन सभागार आयोजित युवा संवाद कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए श्री राजगोपाल ने कहा कि युवाओं को सिर्फ़ जोश देने की नहीं ,बल्कि दिशा देने की ज़रूरत है । यह समाज के प्रबुद्ध वर्ग का  दायित्व है । उन्होंने कहा कि   पैसा कमाने की दौड़ में नैतिकता का परित्याग नहीं करना चाहिए। श्री राजगोपाल ने युवाओं से यह भी कहा कि  समाज में जीना है , तो हिम्मत से जीना है और अच्छा जीवन जीना है ।उन्होंने कहा – मुझे लगता है कि हमारे युवा एक  नये समाज के निर्माण के लिए  शांतिपूर्ण और अहिंसक परिवर्तन के  संदेशवाहक बन सकते  हैं। युवाओं की  रचनात्मक इच्छा शक्ति को और ताकतवर बनाने से दुनिया में बदलाव आ सकता है ।  तभी सम्पूर्ण विश्व में नैतिक मूल्यों पर आधारित शांतिपूर्ण  और न्यायपूर्ण समाज का निर्माण किया जा सकता है । 

     उल्लेखनीय है कि श्री राजगोपाल को निवानो विश्व शांति पुरस्कार जापान में पिछले माह प्रदान किया गया था। उनके छत्तीसगढ़ आगमन पर इस महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार के लिए बधाई देते हुए  उन्हें कल 28 जून की शाम रायपुर में  समारोहपूर्वक सम्मानित किया गया। नागरिक  सम्मान के लिए उन्होंने आयोजकों और छत्तीसगढ़ के प्रबुद्धजनों के प्रति अपनी कृतज्ञता प्रकट की। समारोह की अध्यक्षता  करते हुए राजधानी रायपुर के वरिष्ठ मधुमेह विशेषज्ञ और  दोस्त संस्था के संस्थापक डॉ सत्यजीत साहू ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के आदर्शों को  आज के हिसाब से हमें जीवन में रूपांतरित करना चाहिए ।  इसके जीवंत उदाहरण के रूप में अखिल भारतीय एकता परिषद के संस्थापक श्री  राजगोपाल हमारे सामने हैं ,जो पिछले करीब पचास वर्षों से समाज सेवा के क्षेत्र में समर्पित भाव से सक्रिय हैं। मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ भी उनकी कर्मभूमि है। युवा संवाद को सम्बोधित करते हुए परिषद के राष्ट्रीय संयोजक श्री  रमेश शर्मा ने कहा कि श्री राजगोपाल ने आम जनता के लिए जल जंगल ज़मीन के अधिकार , पर्यावरण की सुरक्षा, वर्ष 1970 के दशक में  चम्बल के आत्मसमर्पित बाग़ियों के पुनर्वास, और युवाओं को शांति और अहिंसा से जोड़ने की दिशा में सबको साथ लेकर महत्वपूर्ण योगदान दिया है। 

      कार्यक्रम में स्वागत भाषण प्योर संस्था के संयोजक एडवोकेट संतोष ठाकुर ने और श्री राजगोपाल का जीवन परिचय डॉ . संगीता कौशिक ने दिया । इस अवसर पर छत्तीसगढ़ राज्य पाठ्य पुस्तक निगम के अध्यक्ष श्री शैलेष नितिन त्रिवेदी तथा पूर्व विधायक और  छत्तीसगढ़ राज्य वित्त आयोग के पूर्व अध्यक्ष श्री वीरेन्द्र पाण्डे सहित डॉ. एच. एल. चौहान, डॉ. श्रीप्रकाश, डॉ. मनीषा महापात्रा, श्री अजय अवस्थी किरण ,श्री सुरेश मिश्रा, श्री सुमित दास महंत तथा बड़ी संख्या में प्रबुद्ध नागरिक उपस्थित थे।कार्यक्रम के संचालक और डॉक्टर्स ऑन स्ट्रीट(दोस्त) के संयोजक  सुनील शर्मा ने बताया कि कार्यक्रम में युवाओं ने श्री राजगोपाल से समाज, जीवन संघर्ष और  कैरियर, जैसे तमाम विषयों पर संवाद किया ।  इसमें  छत्तीसगढ़ के विभिन्न इलाकों   से युवाओं ने आकर भागीदारी की । आयोजन में श्री सूरज दुबे , सिस्टर भूमि  , सिस्टर अनुपमा, ममता निषाद, रिंकी सेन , अविनेश चंद्राकर ने सक्रिय सहयोग दिया ।