केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goyal) ने कहा है कि लैपटॉप के आयात पर प्रतिबंध (Laptop Import Ban) सुरक्षा संबंधी चिंताओं को देखते हुए लगाया गया है. भारत को उन देशों से अपनी रक्षा करनी है, जो भारत के विरोधी हैं. सरकार के लैपटॉप आयात को प्रतिबंधित करने के फैसले से न तो लैपटॉप की कीमतों में वृद्धि होगी और न ही इसकी उपलब्धता पर कोई असर पड़ेगा. उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार सबका विचार सुनने वाली है. लैपटॉप निर्माण के मुद्दे पर भी सरकार उद्योग के साथ जुड़ने और अन्य विकल्पों पर विचार करने के लिए तैयार है.
एक पुस्तक विमोचन समारोह को संबोधित करते हुए पीयूष गोयल ने कहा कि भारत को अपने विरोधियों से सतर्क रहने और अपनी रक्षा के लिए जरूरी कदम उठाने की जरूरत है. निजता का हनन वैश्विक चिंता का विषय बन चुका है. तमाम विकसित देश भी अपनी परेशानी जाहिर कर चुके हैं. भारत सरकार इसे लेकर सतर्क है और अहम फैसले ले रही है.
गोपनीय जानकारियां हो सकती हैं लीक
गोयल ने कहा कि हमें पता है-लैपटॉप हमारा साथी बन चुका है. रोजमर्रा के जीवन में लैपटॉप का इस्तेमाल होता है. लैपटॉप में हमारी गोपनीय जानकारियां हैं. इनके लीक होने का खतरा बहुत ज्यादा है. अपने साथ हुई एक घटना का जिक्र करते हुए गोयल ने कहा, “एक दिन में टीवी देख रहा था तभी टीवी अचानक एचडीएमआई-एक पोर्ट पर चला गया, जबकि मैंने कुछ भी नहीं किया था. मुझे तो अपने फोन को लेकर भी डर लग रहा है, इसकी जांच करानी होगी.”
ओएनडीसी को सफल बनाने के हो रहे हैं प्रयास
पीयूष गोयल ने कहा कि सरकार ओएनडीसी को सफल बनाने के लिए जरूरी कदम उठा रही है. ओएनडीसी में अमेजन, फ्लिपकार्ट, टाटा, एयरटेल और रिलायंस को शामिल करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि जनता को छोटी और बड़ी दोनों ही चीजों की आवश्यकता है. ओएनडीसी को सफल बनाने के लिए यह आवश्यक है. इससे उपभोक्ताओं को भी विकल्प मिलेंगे.
गौरतलब है कि ओएनडीसी ओपन प्रोटोकॉल पर आधारित एक तरह का तकनीकी नेटवर्क है, जो एक ऐसा मंच प्रदान करता है जिसकी सहायता से ऑनलाइन विक्रेता और खरीदार, दोनों भले ही अलग-अलग ऐप या प्लेटफॉर्म पर मौजूद हो, एक-दूसरे के साथ जुड़ सकते हैं. इससे खरीदार को एक सही उत्पाद या सर्विस मिल जाती है और विक्रेता का उत्पाद या सर्विस अधिक से अधिक खरीदारों तक पहुंच जाता है.