देश

दिल थामकर बैठे, जल्द आने वाला है देश के सबसे बड़े सम्मान ‘अमृत रत्‍न’ का दूसरा संस्‍करण

‘अमृत रत्न’ अवॉर्ड भारत की उन शख्सियतों का, जिनका काम ही उनकी पहचान है, जिन्होंने अपनी अलग सोच, निरंतर लगन और अपने अद्भुत कार्य से देश के लिए नया इतिहास लिखा, देश की गरिमा को नए शिखर तक पहुंचाया और जिनकी मिसाल आने वाले कई सालों तक हर भारतीय को प्रोत्साहित करती रहेंगी, के सम्‍मान में आयोजित किया जाता है.

आज़ादी के अमृत महोत्सव के मौके पर न्यूज18 इंडिया की ओर से शुरू किए गए देश के सबसे बड़े सम्मान ‘अमृत रत्‍न’ का दूसरा संस्‍करण जल्‍द आने वाला है. अमृत रत्न के मंच पर उन हस्तियों को सम्मानित किया जाएगा, जिन्होंने पूरी दुनिया में देश का नाम रोशन किया है. अमृत रत्न सम्‍मान के शख्सियतों को विश्वसनीय ज्यूरी ने चुना. इस ज्‍यूरी में पूर्व चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया जस्टिस रंजन गोगोई, पूर्व थलसेना अध्यक्ष जनरल वेद प्रकाश मलिक, शास्त्रीय नृत्यांगना और राज्यसभा सांसद सोनल मानसिंह, पूर्व एथलीट और राज्यसभा सांसद पी.टी.उषा एवं कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. अशोक सेठ शामिल हैं.

1978 में बार में शामिल हुए जस्टिस रंजन गोगोई ने मुख्य रूप से गुवाहाटी हाईकोर्ट में वकालत की. 28 फरवरी, 2001 को गुवाहाटी हाईकोर्ट के स्थायी न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किए गए. फिर 9 सितंबर, 2010 को पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय में उनका ट्रांसफर हो गया. बाद में 12 फरवरी, 2011 को वे पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किए गए. जस्टिस रंजन गोगोई 23 अप्रैल 2012 को सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत हुए. इसके बाद 3 अक्टूबर 2018 को उन्हें भारत के मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) के रूप में नियुक्त किया गया. नवंबर 2019 में वे सीजेआई के पद से रिटायर हो गए. इस वक्त गोगोई राज्यसभा सांसद हैं.

परम विशिष्ट सेवा मेडल (पीवीएसएम) और अति विशिष्य सेवा मेडल (एवीएसएम) से सम्मानित वेद प्रकाश मलिक ने 30 सितंबर 1997 से 30 सितंबर 2000 तक भारतीय सेना के 19वें सेनाध्यक्ष के रूप में कार्य किया. जनरल वेद प्रकाश मलिक (रिटायर) कारगिल युद्ध के दौरान भारत के सेनाध्यक्ष थे.सोनल मानसिंह ना सिर्फ भरतनाट्यम, बल्कि ओड़िसी नृत्य में भी दक्षता हासिल की है. वह मणिपुरी, कुचिपुड़ी और छाऊ नृत्य शैलियों में भी निपुण हैं. कला के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए भारत सरकार की तरफ से उन्हें पदम् भूषण और पदम् विभूषण सम्मान से नवाजा जा चुका है. सोनल मानसिंह वर्तमान में राज्यसभा सांसद हैं.