इंडियन आर्मी द्वारा बालाकोट सेक्टर में ताजा सर्जिकल स्ट्राइक की खबरों पर रक्षा मंत्रालय की तरफ से सफाई दी गई है. मंत्रालय का कहना है कि सेना की तरफ से पाकिस्तानी सीमा में घुसकर कोई स्ट्राइक नहीं की गई है. केवल बालाकोट सेक्टर में लाइन ऑफ कंट्रोल (LOC) पर आतंकवादियों द्वारा भारतीय सीमा में घुसपैठ की कोशिश को नाकाम किया गया है. मंत्रालय ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि सोमवार की सुबह सेना के जवानों ने पाया कि बालाकोट सेक्टर में LOC पर दो आतंकवादी खराब मौसम, घने कोहरे व ऊबड़-खाबड़ जमीन का फायदा उठाते हुए घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे.
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, ‘पहले से चौकन्ना सेना के जवानों ने बालाकोट के हमीरपुर क्षेत्र में उन्हें मार गिराया. कई खुफिया एजेंसियों और जम्मू-कश्मीर पुलिस से प्राप्त खुफिया इनपुट से पता चला कि बालाकोट सेक्टर के सामने से नियंत्रण रेखा पार कर आतंकवादी भारतीय सीमा में दाखिल होने की फिराक में बैठे हैं. सूचनाओं के आधार पर निगरानी ग्रिड को सतर्क कर दिया गया. उपयुक्त स्थान पर घात लगाकर हमला किया गया’
मारे गए दोनों आतंकी: आर्मी
जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले के अंतर्गत एलओसी पर सेना ने दो आतंकवादियों को मार गिराया. थलसेना के प्रवक्ता के मुताबिक, मारे गये आतंकवादियों के शवों को बरामद नहीं किया जा सका क्योंकि सेना के साथ हुई मुठभेड़ में आई चोटों के चलते दम तोड़ने से पहले वे नियंत्रण रेखा पार कर सीमा के दूसरी तरफ जाने में सफल रहे. उन्होंने बताया कि एक एके-47 राइफल, दो मैगजीन, 30 कारतूस, दो हथगोले और पाकिस्तान में निर्मित कुछ दवाइयां बालाकोट सेक्टर के मुठभेड़ स्थल से बरामद की गई.
पहले से सतर्क थी सेना
जम्मू में तैनात रक्षा प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल सुनील बर्तवाल ने बताया कि कई एजेंसियों और पुलिस से मिली खुफिया सूचनाओं से एलओसी के उस पार इंतजार कर रहे आतंकवादियों की मौजूदगी का खुलासा हुआ. इन सूचनाओं के आधार पर निगरानी तंत्र को चौकन्ना किया गया. उन्होंने कहा, ‘‘सतर्क सैनिकों ने दो पाकिस्तानी आतंकियों के एलओसी पार कर भारतीय सीमा के अंदर घुसने की कोशिश करने का पता लगाया. उनके आगे बढ़ने पर उन्हें चुनौती दी गई और फिर मुठभेड़ हुई.’’