नई दिल्ली में 9 और 10 सितबंर को होने जा रहे जी-20 शिखर सम्मेलन (G-20 Summit) का असर रेल सेवाओं (Rail Services) पर भी देखने को मिला है. उत्तर रेलवे ने 300 से अधिक ट्रेनों की लिस्ट जारी की है, जिनकी सेवाएं जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान प्रभावित होंगी. एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि सुरक्षा व्यवस्था के लिए जारी सलाह को ध्यान में रखते हुए इन ट्रेनों को 8 से 11 सितंबर के बीच या तो रद्द कर दिया गया है या अस्थायी रूप से अन्य मार्गों या स्टेशनों पर डायवर्ट किया गया है. उत्तर रेलवे के मुताबिक 207 ट्रेनों की सेवाएं रद्द कर दी गई हैं, 15 ट्रेनों के टर्मिनल बदले गए हैं और छह ट्रेनों के रूट डायवर्ट किए गए हैं.
इसके अलावा, यात्रियों की असुविधा को कम करने के लिए जम्मू तवी-नई दिल्ली राजधानी, तेजस राजधानी हजरत निजामुद्दीन, वाराणसी-नई दिल्ली तेजस राजधानी सहित 70 ट्रेनों को अतिरिक्त स्टॉपेज स्टेशन दिए गए हैं. रेलवे के बयान में कहा गया है कि 36 ट्रेनों के आरंभ और समापन स्टेशनों को भी बदल दिया गया है और तीन ट्रेनें शिखर सम्मेलन के दौरान दिल्ली के किशनगंज में नहीं रुकेंगी. रेलवे के एक अधिकारी ने कहा कि जिन लोगों ने इन दिनों के दौरान अपनी यात्रा की योजना बनाई है, उन्हें किसी भी असुविधा से बचने के लिए ट्रेन के समय और मार्गों की जांच करने की सलाह दी जाती है.
गौरतलब है कि दिल्ली जी-20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने के लिए तैयार है. इस सम्मेलन का उद्देश्य विभिन्न आर्थिक सुधारों के बारे में चर्चा में हिस्सा लेने के लिए अतिथि देशों के साथ जी-20 सदस्य देशों को एक मंच पर साथ लाना है. इस प्रतिष्ठित कार्यक्रम में कई देशों के प्रमुखों और प्रतिनिधियों के शामिल होने की उम्मीद है. पिछले महीने दिल्ली पुलिस ने जी-20 शिखर सम्मेलन के आयोजन से पहले दिल्ली के भीतर सफर करने वाले आम लोगों और राष्ट्रीय राजधानी की सीमाओं को पार करके गुजरने वालों के लिए एक व्यापक ट्रैफिक एडवाइजरी जारी की थी. जिसमे कहा गया है कि कई यात्रा प्रतिबंध के आदेश 7 सितंबर आधी रात से लागू होंगे और 10 सितंबर की आधी रात तक जारी रहेंगे.