कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो द्वारा खालिस्तानी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत की संलिप्तता के बारे में सार्वजनिक रूप से आरोप लगाने से कुछ हफ्ते पहले, ओटावा ने अपने निकटतम सहयोगियों से समर्थन मांगा था. वाशिंगटन पोस्ट ने एक गुमनाम पश्चिमी अधिकारी का हवाला देते हुए अपनी रिपोर्ट में खुलासा किया है कि कनाडा के इन अनुरोधों को अस्वीकार कर दिया गया था. 45 वर्षीय हरदीप सिंह निज्जर, जो प्रतिबंधित खालिस्तान टाइगर फोर्स (KTF) के प्रमुख के रूप में कार्यरत था, भारत के मोस्ट वांटेड आतंकवादियों में से एक था.
हरदीप सिंह निज्जर को इस साल 18 जून को पश्चिमी कनाडाई प्रांत ब्रिटिश कोलंबिया के सरे में एक गुरुद्वारे के बाहर दो अज्ञात बंदूकधारियों ने गोली मार दी थी. रिपोर्ट के अनुसार, कनाडाई नागरिक निज्जर की हत्या के मामले को नई दिल्ली में इस महीने के जी20 शिखर सम्मेलन से पहले के हफ्तों में इंटेलिजेंस-शेयर करने वाले फाइव आइज (Five Eyes) देशों के कई वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा निजी तौर पर उठाया गया था. इस सप्ताह, जस्टिन ट्रूडो द्वारा अलगाववादी नेता की हत्या में ‘भारत सरकार के एजेंटों’ की संलिप्तता का आरोप लगाने के बाद कनाडा और भारत ने एक-एक वरिष्ठ राजनयिक को निष्कासित कर दिया.
कनाडा अपने यहां सक्रिय भारत विरोधी तत्वों पर कार्रवाई करे
कनाडा ने ब्रिटिश कोलंबिया में खालिस्तानी नेता की हत्या के मामले में खुफिया जानकारी हासिल करने के लिए अमेरिका के साथ ‘बहुत करीब से’ काम किया. कनाडाई सरकार के एक वरिष्ठ सूत्र ने मंगलवार को रॉयटर्स से कहा, ‘हम अमेरिका के साथ बहुत करीब से काम कर रहे हैं, जिसमें कल सार्वजनिक खुलासा भी शामिल है.’ भारत के विदेश मंत्रालय (MEA) ने भारत के लिंक के बारे में जस्टिन ट्रूडो के दावों को ‘बेतुका’ बताते हुए सिरे से खारिज कर दिया. विदेश मंत्रालय ने कनाडा सरकार से उसकी धरती से सक्रिय सभी भारत विरोधी तत्वों के खिलाफ त्वरित और प्रभावी कानूनी कार्रवाई करने का आग्रह किया.
फाइव आइज (Five Eyes) गठबंधन के सदस्यों की प्रतिक्रिया
जस्टिन ट्रूडो ने मंगलवार को रॉयटर्स से कहा कि कनाडा खालिस्तानी आतंकवादी की हत्या में भारतीय एजेंटों की संलिप्तता का सुझाव देकर भारत को उकसाने की कोशिश नहीं कर रहा है, लेकिन ओटावा चाहता है कि नई दिल्ली इस मुद्दे को गंभीरता से ले और पर्याप्त रूप से ध्यान दे. कनाडाई प्रधानमंत्री ने संवाददाताओं से कहा, ‘भारत सरकार को इस मामले को बेहद गंभीरता से लेने की जरूरत है. हम ऐसा कर रहे हैं, हम भड़काने या आगे बढ़ने की कोशिश नहीं कर रहे हैं.’ फाइव आइज (Five Eyes) गठबंधन के सदस्यों, जिसमें अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड शामिल हैं, ने आरोपों को गंभीर बताया. कनाडा इस गठबंधन का 5वां सदस्य है.
अमेरिका ने कहा कि वह भारत की भूमिका के बारे में जस्टिन ट्रूडो के दावे पर बहुत चिंतित है. व्हाइट हाउस राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता एड्रिएन वॉटसन ने एक बयान में कहा, ‘हम अपने कनाडाई साझेदारों के साथ नियमित संपर्क में रहते हैं. यह महत्वपूर्ण है कि कनाडा की जांच आगे बढ़े और अपराधियों को न्याय के कठघरे में लाया जाए.’ ब्रिटिश विदेश सचिव जेम्स क्लेवरली ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ‘हम कनाडाई संसद में उठाए गए गंभीर आरोपों के बारे में अपने कनाडाई सहयोगियों के साथ नियमित संपर्क में हैं. यह महत्वपूर्ण है कि कनाडा की जांच अपना काम करे और अपराधियों को न्याय के कठघरे में लाया जाए.’
ऑस्ट्रेलिया ने कहा कि उसने घटनाक्रम पर अपनी चिंताओं से भारत को ‘वरिष्ठ स्तर’ पर अवगत करा दिया है. ऑस्ट्रेलियाई विदेश मंत्रालय क%E