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जिस आतंकी निज्जर की वजह से भारत-कनाडा में शुरू हुआ विवाद, जालंधर में उसके नाम बड़ी संपत्ति, अब सरकार करेगी जब्त

जिस खालिस्तान टाइगर फोर्स (केटीएफ) के प्रमुख हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद भारत और कनाडा के बीच बखेड़ा खड़ा हुआ है, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने उसकी 11 कनाल जमीन और 13.5 मरला संपत्ति को जब्त करने की भी पूरी तैयारी कर ली है. इस साल जून में कनाडा में निज्जर की हत्या कर दी गई थी, जिसके बाद कनाडाई सरकार ने हत्या में भारत की संलिप्तता का आरोप लगाया है, हालांकि भारत सरकार ने इस आरोप को सिरे से खारिज कर दिया है. निज्जर की संपत्ति को जब्त करने के लिए एनआईए की टीम करीब 10 दिन पहले उसके परिवार वालों को नोटिस सर्व कर चुकी है.

जालंधर के भार सिंहपुरा का रहने वाला था निज्जर
जानकारी के मुताबिक निज्जर का परिवार मूल रूप से पंजाब के जालंधर के भार सिंहपुरा (फिल्लौर) गांव का रहने वाला है. भले ही निज्जर कनाडा में बस गया था, लेकिन उसकी जमीन और घर अभी भी गांव में हैं. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक लगभग 10 दिन पहले एनआईए की एक टीम निज्जर की संपत्ति के संबंध में मोहाली की विशेष सीबीआई अदालत द्वारा जारी नोटिस की तामील करने के लिए उनके घर पहुंची थी.
एनआईए बनाम कमलजीत शर्मा उर्फ कमल तथा अन्य के मामले में दायर यह नोटिस आरोपी निज्जर के परिवार के सदस्यों व एजेंटों के माध्यम से भेजा गया था. जिन्हें 11 सितंबर को विशेष अदालत में पेश होना था. इसमें कहा गया था कि आपको 11 सितंबर को हरदीप सिंह निज्जर की अचल संपत्ति को जब्त करने के लिए एनआईए द्वारा दायर यूए (पी) अधिनियम की धारा 33 (5) के आवेदन के संबंध में अदालत में पेश होने का निर्देश दिया गया है. इसमें रिश्तेदारों और करीबी सहयोगियों को अपनी बात रखने करने का अवसर दिया गया है.

निज्जर के माता-पिता भी आते हैं गांव
हालांकि एक ग्रामीण ने बताया कि नोटिस रिसीव करने के लिए परिवार का कोई भी व्यक्ति वहां मौजूद नहीं था. शायद कुछ रिश्तेदार उक्त तारीख पर मोहाली अदालत में पेश हुए होंगे. सितंबर 2020 में केंद्रीय गृह मंत्रालय (एमएचए) ने निज्जर को आतंकवादी घोषित कर दिया था, जिसके कारण जालंधर के भार सिंहपुरा गांव में उसकी संपत्ति की कुर्की की सूचना दी गई थी. नोटिस का लक्ष्य उनके पैतृक गांव में 11 कनाल और 13.5 मरला संपत्ति कुर्क करना था.
हाल ही में एनआईए ने 40 मोस्ट वांटेड आतंकियों की सूची जारी की थी, जिसमें निज्जर का नाम भी शामिल था. कहा जाता है कि उन्होंने कनाडा में खालिस्तान के समर्थन में जनमत संग्रह आयोजित करने में भूमिका निभाई थी.केंद्रीय खुफिया एजेंसियों द्वारा तैयार किए गए उनके डोजियर के अनुसार निज्जर शुरू में 1980 और 1990 के दशक में खालिस्तान कमांडो फोर्स (केसीएफ) के आतंकवादियों से जुड़ा था और 2012 से वह बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) के आतंकवादी जगतार सिंह तारा से जुड़ा हुआ था.