कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने संसद में दूसरे विश्व युद्ध के दौरान हिटलर की नाजी सेना की ओर से लड़ने वाले व्यक्ति को सम्मानित किए जाने वाले मामले में माफी मांगी है. कनाडा की संसद में यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की का भाषण रोक कर सांसदों ने तालियां बजाकर इस शख्स को सम्मानित किया था. दुनिया भर में आलोचना होने के बाद ट्रूडो ने प्रेस कॉफ्रेंस कर माफी मांगी. उन्होंने कहा, ‘हाउस ऑफ कॉमंस के स्पीकर, जिन्होंने मंगलवार को इस्तीफा दे दिया था, उस व्यक्ति को निमंत्रण और सम्मान देने के लिए “पूरी तरह से जिम्मेदार” थे. यह एक गलती थी जिसने संसद और कनाडा को बहुत शर्मिंदा किया है.’
ज़ेलेंस्की के कनाडाई संसद के संबोधन को बीच में रोक कर 98 वर्षीय यारोस्लाव हुंका का सांसदों ने खड़े होकर अभिनंदन किया. हुंका को एक युद्ध नायक के रूप में संसद में पेश किया गया, जो प्रथम यूक्रेनी डिवीजन के लिए लड़ा था. हालांकि, विशेषज्ञों ने बताया कि प्रथम यूक्रेनी डिवीजन को वेफेन-एसएस गैलिसिया डिवीजन या एसएस 14वें वेफेन डिवीजन के रूप में भी जाना जाता था, जो एक स्वयं-सहायता समूह था जो नाजियों की कमान के अधीन आता था.
ट्रूडो ने बुधवार को हाउस ऑफ कॉमंस में प्रवेश करने से पहले कहा, ‘हम सभी जो शुक्रवार को सदन में थे, हमें खड़े होकर तालियां बजाने पर गहरा अफसोस है, भले ही हम संदर्भ से अनभिज्ञ थे. यह दूसरे विश्व युद्ध के नरसंहार में मारे गए लाखों लोगों के सम्मान का एक भयानक उल्लंघन था, और यहूदी लोगों के लिए बेहद दर्दनाक था.’ ट्रूडो ने आगे कहा, ‘यह सोचना बेहद परेशान करने वाला है कि यूक्रेन किस चीज के लिए लड़ रहा है, इसके बारे में रूस और उसके समर्थकों द्वारा गलत प्रचार कर इस गंभीर गलती का राजनीतिकरण किया जा रहा है.’
इस सप्ताह की शुरुआत में, क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कनाडा को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि हुंका के लिए संसद में खड़े होकर स्वागत करना काफी “अपमानजनक” था. वहीं रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन में अपने दुश्मनों को “नया नाजी” बताया है, हालांकि ज़ेलेंस्की यहूदी हैं और नरसंहार में अपने रिश्तेदारों को खो चुके हैं.