मध्य प्रदेश में इस साल के आखिर में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बड़ा चुनावी वादा किया है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार को कहा कि अगर उनकी पार्टी केंद्र में सत्ता में आती है, तो वह देश में अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के लोगों की सही संख्या जानने के लिए जाति आधारित जनगणना कराएगी. बता दें कि बिहार में नीतीश सरकार ने भी जातिगत जनगणना करवाया है, जिसके आंकड़े अभी तक जारी नहीं हुए हैं.
दरअसल, लोकसभा सांसद राहुल गांधी मध्य प्रदेश के शाजापुर जिले के कालापीपल विधानसभा क्षेत्र में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने कहा, ‘सत्ता में आने के तुरंत बाद, हम सबसे पहला काम देश में ओबीसी की सही संख्या जानने के लिए जाति-आधारित जनगणना कराएंगे, क्योंकि कोई भी उनकी सही संख्या नहीं जानता है.’ कांग्रेस नेता ने दावा किया कि देश को कैबिनेट सचिव और सचिवों सहित केवल 90 अधिकारी चला रहे हैं, जबकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसदों और विधायकों की देश में नीतियां और कानून बनाने में कोई भूमिका नहीं है.
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा के निर्वाचित सदस्यों के बजाय राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सदस्य और नौकरशाह कानून बना रहे हैं. मध्य प्रदेश को देश में भ्रष्टाचार का ”केंद्र” करार देते हुए राहुल ने कहा, ‘व्यापमं जैसे घोटालों ने राज्य को हिलाकर रख दिया है. एमबीबीएस की सीट बेची जाती है, परीक्षा के पेपर बेचे जाते हैं, लीक होते हैं और बच्चों के भोजन, गणवेश के अलावा महाकाल लोक कॉरिडोर के निर्माण में भी चोरी की गई.’
कांग्रेस नेता ने दावा किया कि मध्य प्रदेश में पिछले 18 वर्षों में 18,000 किसानों ने आत्महत्या की है. उन्होंने आरोप लगाया, ‘इसका मतलब है कि राज्य में हर दिन तीन किसान अपनी जान दे देते हैं.’ उन्होंने कहा कि भारत में दो विचारधाराएं चल रही हैं- एक प्रेम, सम्मान और भाईचारे की, जिसका समर्थन कांग्रेस करती है, जबकि दूसरी नफरत और गुस्से की, जो आरएसएस और भाजपा द्वारा समर्थित है.