भारत (India) ने कहा है कि अमेरिकी राजदूत के गिलगित बाल्टिस्तान के दौर को अमेरिका (America) के समक्ष उठाया गया है. विदेश मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि हम अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील करेंगे की वो हमारी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करे. कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है. पाकिस्तान (Pakistan) में अमेरिकी राजदूत डेविड ब्लोम हाल ही में गिलगित-बाल्टिस्तान की छह दिवसीय यात्रा पर गए थे. उस समय इस बारे में जानकारी को सार्वजनिक नहीं किया गया था.
गिलगित-बाल्टिस्तान के डिप्टी स्पीकर के कार्यालय ने बयान जारी बताया कि राजदूत डेविड ने खाद्य एवं पर्यटन मंत्री गुलाम मुहम्मद से भी मुलाकात की. अमेरिकी राजदूत ने इस यात्रा को गुप्त रखा था. यहां उन्होंने अलग-अलग क्षेत्रों का दौरा कर स्थानीय लोगों से मुलाकात की थी.
भारत में अमेरिकी राजदूत ने कहा- मेरा प्रतिक्रिया देना ठीक नहीं
अब उनकी यात्रा पर भारतीय विदेश मंत्रालय ने बयान जारी किया है. इधर, भारत में अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी ने कहा है कि इस मामले में मेरी प्रतिक्रिया ठीक नहीं रहेगी. पाकिस्तान में अमेरिकी राजदूत पर प्रतिक्रिया देना मेरा काम नहीं है, लेकिन वह पहले भी इन जगहों पर जाते रहे हैं और जाहिर तौर पर जी20 के दौरान जम्मू-कश्मीर में हमारे प्रतिनिधिमंडल में भी शामिल थे.