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नितिन गडकरी पर आ रही है बायोपिक, केंद्रीय मंत्री ने बताई फिल्म के बनने के पीछे की कहानी

सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (Union Minister Nitin Gadkari) पर केंद्रित बायोपिक आ रही है; यह बात उन्‍होंने विशेष कार्यक्रम ‘अमृत रत्न’ सम्मान (Amrit Ratna Honour) में जाहिर की. उन्‍होंने कहा कि इस फिल्‍म को लेकर मुझे बहुत ज्‍यादा जानकारी नहीं है, लेकिन मेरे पास प्रसिद्ध फिल्‍मकार संजय सिंह आए और बहुत आग्रह किया. फिर मेरे पुराने दोस्‍त ने इस फिल्‍म में काम किया है. वे लोग आए और उन्‍होंने बताया कि वे आधा काम कर चुके हैं, उनका पैसा भी खर्च हो चुका है; ऐसे में मैंने उन्‍हें कहा कि आप को जो करना है, कर लीजिए. केवल फिल्‍म को मेरे कुछ मित्रों को दिखा दें ताकि गलत कंट्रोवर्सी न हो.

मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि फिल्‍म में सच्‍चाई आना चाहिए. जो भी पुराने रिफ्रेंसेस हैं; वे वस्‍तुस्थिति के साथ पेश हों. जब उनसे पूछा गया कि एक्टिव कॅरियर में लोग बायोपिक नहीं बनाते; आप तो बहुत एक्टिव हैं और बहुत कुछ करना बाकी है. क्‍या आगे का चैप्‍टर बाद में आएगा. इस पर मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि मैं इन सबसे दूर हूं. मैंने किसी पत्रकार को कभी फोन करके यह नहीं कहा कि आपने मेरी न्‍यूज क्‍यों छापी और क्‍यों नहीं छापी? ना मेरे पास कोई पीआर है और अच्छी बात यह है कि मैं कुछ न्यूज सुनता हूं. हमारा काम है अपना काम करना.

बीते 40 सालों में जो कुछ कहा, वो पूरा न हुआ हो तो…
नितिन गडकरी ने कहा कि जो भविष्य की चिंता करता है, वह दुखी रहता है. मैं भविष्य की चिंता नहीं करता हूं. समाधान मानने के ऊपर होता है. जो कुछ मेरा है, उसमें आनंद में रहना ही जीवन है. हमारे पास जो है, उसी में आनंद से जीना चाहिए और अपने उसूल के हिसाब से जो करना चाहिए वो करना चाहिए. गरीबों की सेवा करना मुझे अच्छा लगता है. नितिन गडकरी ने कहा कि मैंने 40 साल में जो कुछ कहा, जो कुछ भी कहा है वह अगर पूरा न हुआ तो मुझे जिम्मेवार करो. मेरा यकीन रखो कि मैं जो बोल रहा हूं वो निश्चित रूप से होने वाला है. मैं जो कहता हूं, वो करता हूं. पहली प्रायोरिटी अपनी हेल्थ को दो, सेकेंड प्रायोरिटी ईमानदारी से अपनी वेल्थ को दो और तीसरी प्रायोरिटी में आपको जो करना है करो. पहले अपने पेट में कुछ जाएगा तभी कुछ आप सेवा कर पाएंगे. पहले लोगों को अपने घर को ठीक करना चाहिए,