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दाऊद इब्राहिम के भाई संग थी सौरभ चंद्राकर की पार्टनरशिप, PAK में लॉन्च करने वाला था सट्टेबाजी ऐप

महादेव सट्टेबाजी ऐप (Mahadev Betting App Case) मामले में एक बड़ा खुलासा सामने आया है. इस मामले का प्रमुख आरोपी सौरभ चंद्राकर अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के भाई मुस्तकीम इब्राहिम के साथ मिलकर पाकिस्तान में एक सट्टेबाजी ऐप खोलने की तैयारी में था. सौरभ चंद्राकर का कनेक्शन सीधे अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के साथ पाया गया है. दुबई में अभी भी सौरभ की मदद दाऊद का अंडरवर्ल्ड गैंग कर रहा है. इसी वजह से जब गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई ने पैसे की उगाही करने की कोशिश की थी, तो सौरभ ने उसे धमकाया था. जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ED) की जांच से पता चला है कि महादेव सट्टेबाजी ऐप के सरगनाओं सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल की गैंगस्टर दाऊद इब्राहिम के भाई मुश्तकीम इब्राहिम कास्कर से गहरी सांठगांठ है.

इब्राहिम कास्कर के संरक्षण में ही पाकिस्तान में ‘खेलोयार’ नाम का एक और ऐप चलाया जा रहा है. सूत्रों ने कहा कि कास्कर ने चंद्राकर को अपने निजी रूप से भरोसेमंद सुरक्षा गार्ड और 20 से 30 बाउंसर दिए थे. बताया गया कि चंद्राकर के पास चार से पांच लक्जरी कारों और एसयूवी का बेड़ा है और वह संयुक्त अरब अमीरात और अन्य स्थानों पर कड़ी सुरक्षा के बीच घूम रहा है. चंद्राकर को खुद बुलेटप्रूफ रोल्स रॉयस कार उपलब्ध कराई गई है. भारतीय एजेंसियों की जांच के डर से चंद्राकर जिन जगहों पर पार्टी या मीटिंग के लिए जाता है, उनके आने से पहले ही उन जगहों की स्कैनिंग और सैनिटाइजेशन किया जा रहा है.

‘खेलॉयर’ ऐप
सूत्रों ने कहा कि चूंकि चंद्राकर महादेव सट्टेबाजी ऐप मामले में ईडी की जांच के दायरे में हैं, इसलिए वह सार्वजनिक रूप से कम ही नजर आ रहा है. उसकी ज्यादातर बैठकें चुनिंदा सुइट्स, निजी आवासों या रिसॉर्ट्स में निजी तौर पर होती हैं. पाकिस्तान में ‘खेलॉयर’ महादेव ऐप की तरह ही एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है. जिसमें कई गेम हैं. जिन पर पाकिस्तानी रुपये में दांव लगाकर जीता जा सकता है. खेलोयार ऐप इब्राहिम कास्कर के सहयोगी द्वारा चलाया जाता है, जो पाकिस्तान के सिंध प्रांत से है. इसके संचालन में चंद्राकर और उप्पल शामिल हैं.

ईडी की नजर दाऊद गैंग पर
ईडी की जांच में पता चला कि महादेव सट्टेबाजी ऐप अवैध रूप से 60 से अधिक सट्टेबाजी गेमिंग ऐप और साइटें चलाता है. सूत्रों के मुताबिक इब्राहिम कास्कर के पास दुबई का रेजिडेंट वीजा है. जिसके बारे में कहा जाता है कि उसने 1997 में पाकिस्तान द्वारा जारी पासपोर्ट का उपयोग करके इसे हासिल किया था. कास्कर 1986 में अपने भाई दाऊद इब्राहिम और अपने परिवार के अन्य सदस्यों के साथ भारत से भाग गया था. तब से वह संयुक्त अरब अमीरात, पाकिस्तान और सऊदी अरब के बीच घूमता रहा है. दाऊद इब्राहिम के छह भाई हैं, जिनमें से तीन नूरा, हुमायूं और साबिर की मौत हो चुकी है. बाकी तीन भाई- अनीस, इकबाल और इब्राहिम कास्कर- जीवित हैं. इकबाल भारत में रहता है, वहीं अनीस और कास्कर दाऊद इब्राहिम के साथ कराची में रहते हैं.