चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ को हार्वर्ड लॉ स्कूल (Harvard Law School) के ‘सेंटर ऑन द लीगल प्रोफेशन’ ने ‘अवार्ड फॉर ग्लोबल लीडरशिप’ (Award for Global Leadership) से सम्मानित किया है. इससे पहले जनवरी 2023 में उन्हें यह सम्मान देने की घोषणा की गई थी. बता दें कि सीजेआई चंद्रचूड़, हार्वर्ड लॉ स्कूल के प्रोफेसर और ‘सेंटर ऑन द लीगल प्रोफेशन’ के संकाय निदेशक डेविड विलकिन्स के साथ बातचीत के लिए 21 अक्टूबर को वहां गए थे.
हार्वर्ड लॉ स्कूल स्नातक विधि कार्यक्रम की 100वीं वर्षगांठ भी मना रहा है. समारोह में चीफ जस्टिस चंद्रचूड़ ने 1982-83 में एलएलएम छात्र के रूप में और फिर 1983-1986 में एसजेडी (डॉक्टर ऑफ ज्यूरिडिसयल साइंस) छात्र के रूप में अपने समय को याद किया.
किस योजना को याद किया?
यह पूछे जाने पर कि क्या कानून के पेशे का लोकतंत्रीकरण किया जा सकता है, उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान लागू की गई ‘न्यू लॉ क्लर्क’ योजना का जिक्र किया, जो उच्चतम न्यायालय में ‘क्लर्कशिप’ के सभी आवेदकों को समान अवसर मुहैया कराती है.
उन्होंने वकीलों के मानसिक स्वास्थ्य की चिंताएं भी साझा कीं और सुझाव दिया कि वरिष्ठ अधिवक्ताओं एवं न्यायाधीशों के अलावा, लॉ स्कूलों को तनाव से निपटने के लिए छात्रों को प्रशिक्षित करने के वास्ते एक तंत्र विकसित करना चाहिए.
हार्वर्ड में मनवा चुके हैं लोहा:
सीजेआई चंद्रचूड़ ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के कैंपस लॉ सेंटर से एलएलबी की पढ़ाई की है. इसके बाद हार्वर्ड लॉ स्कूल (Harvard Law School) चले गए थे. जहां एलएलएम और पीएचडी की. हार्वर्ड में पढ़ाई के दौरान ‘कॉन्फिल्ट ऑफ लॉ’ विषय में सर्वाधिक नंबर हासिल किया था और प्रतिष्ठित इनलक्स स्कॉलरशिप (Inlaks Scholarship) अपने नाम की थी.
विदेशों में भी पढ़ा चुके हैं कानून
सीजेआई चंद्रचूड़ को पढ़ाना भी पसंद है और एकेडमिक्स में खासे सक्रिय रहे हैं. बॉम्बे यूनिवर्सिटी में विजिटिंग प्रोफेसर रहे हैं. इसके अलावा मेलबर्न लॉ स्कूल, येल लॉ स्कूल और ऑस्ट्रेलियन नेशनल यूनिवर्सिटी समेत विदेश की तमाम प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी में भी पढ़ाते रहे हैं.