अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, कनाडा और इटली के नेताओं ने फलस्तीनी आतंकवादी समूह हमास के खिलाफ खुद की रक्षा करने के इजरायल के अधिकार का समर्थन किया. साथ ही उन्होंने नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह भी दोहराया. फिलिस्तीनी हमास आतंकवादी समूह ने गाजा पट्टी में बंधक बनाई गई दो और महिला नागरिकों को रिहा कर दिया है. वहीं फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन इजरायल का दौरा करने के लिए मंगलवार को तेल अवीव पहुंचे. राष्ट्रपति ने कहा कि फ्रांसीसी राष्ट्र प्रमुख द्वारा गाजा में “नागरिक आबादी के संरक्षण” के लिए आह्वान करने की भी उम्मीद थी, क्योंकि इजरायल फिलिस्तीनी क्षेत्र पर लगातार बमबारी कर रहा है और जमीनी हमले की तैयारी कर रहा है.
इजरायल-हमास के बीच युद्ध थमने का नाम नहीं ले रहा है. पिछले 17 दिन से लगातार दोनों देशों के बीच हमले जारी हैं. इजरायली सेना ने गाजा पट्टी में घुसकर हमास के लड़ाकों के खिलाफ हमला तेज कर दिया है. सोमवार की रात को इजरायली सेना ने लगातार बमबारी की. इस बीच हमास ने इजरायल के दो बंधकों को रिहा कर दिया. ये दोनों बंधक बुजुर्ग महिलाएं थीं. बीते 7 अक्टूबर को हमले के बाद उन्हें अन्य लोगों के साथ बंधक बना लिया गया था.
न्यूज एजेंसी एएफपी के मुताबिक हमास ने कहा कि मिस्र और कतर की मध्यस्थता के चलते मानवीय कारणों से इन महिलाओं को छोड़ने का निर्णय लिया है. इससे पूर्व हमास ने गाजा में बंधक बनाई गईं अमेरिका की दो महिलाओं को छोड़ा था. अल जजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 24 घंटों में कम से कम 436 फ़िलिस्तीनियों के मारे जाने की सूचना है.
गाजा में मरने वालों की संख्या तेजी से बढ़ी क्योंकि इजराइल ने हवाई हमले तेज कर दिए जिससे इमारतें जमींदोज हो गईं, जैसा कि उसने कहा कि यह अंतिम जमीनी हमले की तैयारी थी. एक रिपोर्ट के अनुसार, हमास के 7 अक्टूबर को इज़राइल में सीमा पार से घुसपैठ के बाद से युद्ध में अब तक 5,000 से अधिक फ़िलिस्तीनी और 1,400 से अधिक इज़राइली मारे गए हैं.