कतर में जिन 8 भारतीयों को फांसी की सजा मिली हुई है, उनके परिजनों से विदेश मंत्री एस जयशंकर ने आज सुबह सात बजे मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने परिजनों को भरोसा दिलाया कि सभी पूर्व नौसेना कर्मियों की रिहाई की भारत सरकार लगातार प्रयास कर रही है. विदेश मंत्रालय में विदेश मंत्री और अधिकारियों के साथ परिजनों की करीब तीन घंटे तक मुलाकात चली. इन पूर्व अधिकारियों को बीते साल जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था और हाल ही में उनको सजा-ए-मौत सुनाई गई थी.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर उन्होंने ट्वीट कर मुलाकात की जानकारी दी. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘कतर में हिरासत में लिए गए 8 भारतीयों के परिजनों से सुबह मुलाकात की. इस बात पर जोर दिया कि सरकार इस मामले को सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण मान रही है. बताया कि सरकार उनकी रिहाई के लिए सभी प्रयास जारी रखेगी. इस संबंध में हम परिवारों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं.’ इसके अलावा उन्होंने कहा कि हम उन परिवारों की चिंताओं और दुख दर्द को समझते हैं.
कतर की जेल में सजा काट रहे सभी पूर्व नौसेना कर्मी अल दाहरा कंपनी में काम करते थे. इनमें कैप्टन नवतेज सिंह गिल, कैप्टन बीरेंद्र कुमार वर्मा, कैप्टन सौरभ वशिष्ठ, कमांडर अमित नागपाल, कमांडर पूर्णेंदु तिवारी, कमांडर सुगुनाकर पकाला, कमांडर संजीव गुप्ता और सेलर रागेश गोपकुमार शामिल हैं.