सरकारी और निजी क्षेत्र के बैंक कर्मचारियों को दिवाली का बड़ा तोहफा मिलने वाला है. बैंक एसोसिएशन की बात लगभग फाइनल स्टेज में है और फैसला होते ही एम्पलॉयीज की किस्मत खुल जाएगी. एक झटके में उनके अकाउंट में पैसा और सुकून दोनों डिपॉजिट हो जाएंगे. काफी दिनों से इस पर बात चल रही है और प्रस्ताव में दो ऐसी चीजों की मांग रखी गई है, जो इस सेक्टर को युवाओं के बीच और लोकप्रिय बना सकते हैं.
दरअसल, इंडियन बैंक एसोसिएशन ने कर्मचारियों के आर्थिक और पारिवारिक हित के लिए दो बड़े प्रस्तावों पर अपना सुझाव भेजा है. एक सुझाव को एसोसिएन ने पहले ही मंजूरी भी दे दी है और उस पर काफी दिनों से वित्त मंत्रालय से बातचीत भी चल रही है. दूसरा प्रस्ताव एसोसिएन ने हाल में ही भेजा है और माना जा रहा है कि दोनों ही प्रस्तावों पर मुहर लग सकती है. ऐसा होता है तो बैंक में काम करने वालों को पैसा और सुकून दोनों ही एक झटके में मिल जाएगा.
क्या है प्रस्ताव में
इंडियन बैंक एसोसिएशन ने पहले दिए प्रस्ताव में कहा था कि बैंक कर्मचारियों को सप्ताह में 5 दिन ही काम करने की मंजूरी मिलनी चाहिए. इसका फायदा सरकारी और प्राइवेट दोनों ही सेक्टर के कर्मचारियों को मिलना चाहिए. अब एसोसिएशन ने नए प्रस्ताव में कहा है कि बैंक कर्मचारियों को सालाना 15 फीसदी की इंक्रीमेंट मिलना चाहिए. इसका मतलब हुआ है कि एक तरफ तो 5 वर्किंग डेज से सुकून और दूसरी ओर 15 फीसदी इंक्रीमेंट से सैलरी में बड़ा इजाफा दोनों ही मिलेंगे.
अभी कहां है मामला
बैंकिंग एसोसिएशन ने सप्ताह में 5 दिन काम करने के प्रस्ताव को पहले ही मंजूरी दे दी है. अब उसने 15 फीसदी इंक्रीमेंट का मसौदा भी तैयार किया है. 5 दिन काम करने का प्रस्ताव फिलहाल रिजर्व बैंक और वित्त मंत्रालय के पास है और दोनों के फैसले का इंतजार है. दोनों ही मामलों पर वित्त मंत्रालय की करीबी नजर है और इन प्रस्तावों की समीक्षा कर रहा है.
एक बैंक ने कर दी घोषणा
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, इन प्रस्तावों पर चर्चा अभी शुरू भी नहीं हुई कि एक बड़े सरकारी बैंक ने बजट भी जारी कर दिया है. पंजाब नेशनल बैंक (PNB) ने सैलरी में बड़ा इजाफा करने की पूरी तैयारी कर ली है. इस बार पीएनबी ने 10 फीसदी इंक्रीमेंट के बजाए 15 फीसदी बढ़ोतरी करने का बजट बना लिया है. बैंक ने सितंबर तिमाही में इंक्रीमेंट के लिए 15 फीसदी बजट जारी किया है. इस बीच बैंक एम्पलॉयी यूनियन ने 15 फीसदी से ज्यादा इंक्रीमेंट और अन्य सुविधाओं की मांग की है.
क्यों अचानक बदल रहा माहौल
एम्पलॉयीज और यूनियंस का कहना है कि बीते कुछ सालों में बैंकों को जबरदस्त मुनाफा हुआ है और लोन की मांग बढ़ने से बिजनेस भी काफी तेजी से ग्रो कर रहा है. कोरोनाकाल के बाद सरकार की तमाम योजनाओं ने बैंकिंग सेक्टर को मजबूत बनाने में बड़ा योगदान दिया है. अनुमान लगाया जा रहा है कि अगले साल आम चुनाव से पहले सैलरी इंक्रीमेंट के प्रस्ताव पर फैसला हो सकता है.
साल 2015 के बाद बैंकों में कामकाज के दिनों को लेकर लगातार बदलाव हो रहा है. 2015 से पहले जहां बैंकों में सप्ताह के 6 दिन काम होते थे, वहीं अब दूसरे और चौथे शनिवार को अवकाश रहता है. आगे 5 वर्किंग डेज होने के बाद कर्मचारियों को और सहूलियत मिलेगी.