संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष (यूएनएफपीए) एशिया-प्रशांत क्षेत्र के निदेशक पी स्मिथ ने मंगलवार को कहा कि 2050 तक एशिया एवं प्रशांत क्षेत्र में हर चार में से एक व्यक्ति की आयु 60 वर्ष से अधिक होगी और उनमें से आधी से अधिक संख्या महिलाओं की होगी. स्मिथ ने संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि लोगों की आयु बढ़ने के साथ ही इन देशों में प्रजनन दर में भी कमी देखी जा रही है और कम बच्चे पैदा हो रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘इसका अर्थ यह है कि एक ओर लोगों की आयु बढ़ रही है वहीं कामकाजी आबादी भी घट रही है.’
स्मिथ ने कहा कि अनुमान है कि 2050 तक एशिया और प्रशांत क्षेत्र में हर चार व्यक्ति में से एक की आयु 60 वर्ष से अधिक होगी और उनमें से आधे से अधिक महिलाएं होंगी. उन्होंने कहा कि अगर ध्यान केवल संख्या पर है तो खतरे की घंटी को सुनना आसान है.
उन्होंने कहा कि इसे समझना होगा कि लोगों की आयु बढ़ने और कम प्रजनन क्षमता ऐसी समस्याएं हैं जिनका हल किसी के नियंत्रण में नहीं है. उन्होंने कहा कि वे जनसांख्यिकीय बदलाव हैं जिन्हें मानव ने अपने पूरे इतिहास में लगातार अनुभव किया है और ऐसे परिवर्तन रातोंरात नहीं होते हैं
स्मिथ ने कहा, ‘इस वजह से हमें तैयार रहने की जरूरत है और हमें समय पर निवेश करने की जरूरत है. यह अकेले नहीं हो सकता है. हमें बड़े पैमाने पर देखने की जरूरत है. बढ़ता मानवीय संकट, तीव्र जलवायु परिवर्तन, बढ़ता शहरीकरण, प्रवासन और डिजिटल प्रौद्योगिकियों का तेजी से विकास – ये सभी लोगों को उनके जीवन के हर चरण में प्रभावित करते हैं.