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जो माटी का कर्ज चुका दे…पीएम मोदी ने अमृत कलश यात्रा के समापन पर खाई कसम, जानें भाषण की 10 बड़ी बातें

अमृत कलश यात्रा के समापन के मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को एक बार अपने उस संकल्‍प को दोहराया कि साल 2047 तक भारत को एक विकसित देश बनाना है. पीएम ने यह कसम खाई कि भारत को भव्‍य बनाएंगे. अपने भाषण के दौरान उन्‍हों राष्‍ट्रपिता महात्‍मा गांधी की दाड़ी यात्रा का भी जिक्र किया. पीएम ने कहा कि ‘मेरी माटी मेरा देश’ अभियान से लोग ठीक उसी तर्ज पर जुड़ते चले गए जैसे कभी महात्‍मा गांधी की दांडी यात्रा के साथ जुड़े थे. पीएम ने दिल्‍ली में आयोजित इस समारोह के दौरान मेरा युवा भारत पोर्टल की शुरुआत भी करी. आइये हम आपको पीएम मोदी के भाषण की 10 अहम बातों के बारे में बताते हैं.

पीएम ने कहा- जब देश आजादी के 100 साल मनाएगा, तब तक भारत को विकसित देश बनाना है. आजादी के 100 साल पूरे होने पर देश इस विशेष दिवस को याद करेगा. हमने जो संकल्प लिया, हमने आने वाली पीढ़ी से जो वादे किए, उसे हमें पूरा करना ही होगा. इसलिए हमें अपने प्रयास तेज करने हैं.
पीएम मोदी ने कहा- आज लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती पर कर्तव्य पथ एक ऐतिहासिक महायज्ञ का साक्षी बन रहा है. 12 मार्च 2021 को गांधी जी की प्ररेणा से साबरमती आश्रम से शुरू हुआ आजादी का अमृत महोत्सव अब 31 अक्टूबर 2023 आज सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती पर समापन का पल है. आज ये हुजूम एक नया इतिहास बन गया.
पीएम ने कहा- जैसे दांडी यात्रा शुरू होने के बाद देशवासी उससे जुड़ते गए, वैसे ही आजादी के अमृत महोत्सव ने जनभागीदारी का ऐसा हुजूम देखा कि नया इतिहास बन गया. 75 साल की ये यात्रा समृद्ध भारत के सपने को साकार करने वाला कालखंड बन रहा है.
पीएम बोले- इस महोत्सव का मेरी माटी मेरा देश अभियान के साथ समापन हो रहा है. आज आजादी का अमृत महोत्सव एक याद के लिए स्मारक का शिलान्यास भी हुआ है. ये स्मारक आने वाली पीढ़ियों को हमेशा इस ऐतिहासिक आयोजन की याद दिलाएगी.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- आज मेरा युवा भारत संगठन, यानि मॉय भारत की नींव रखी गई है. 21वीं सदी में राष्ट्र निर्माण के लिए मेरा युवा भारत संगठन, बहुत बड़ी भूमिका निभाने वाला है. भारत के युवा कैसे संगठित होकर हर लक्ष्य प्राप्त कर सकते हैं, इसका प्रत्यक्ष उदाहरण ‘मेरी माटी मेरा देश’ अभियान है.
पीएम मोदी ने आगे कहा- किसान हो, वीर जवान हो… किसका खून-पसीना इसमें नहीं मिला है. इसी माटी के लिए कहा गया है. चंदन है इस देश की माटी, तपोभूमि हर ग्राम है. माटी स्वरूप इस चंदन को अपने सिर माथे पर लगाने के लिए हमसब लालायित रहते हैं.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- जो माटी का कर्ज चुका दे, वही जिंदगानी है! जो अमृत कलश यहां आए हैं, इनके भीतर मिट्टी के हर कण अनमोल हैं. ये मिट्टी, हमें विकसित भारत के अपने संकल्प की सिद्धि के लिए और अधिक परिश्रम के लिए प्रेरित करेगी.
पीएम ने कहा- आज हम संकल्प लेते हैं- जन-जन को हम जा के जगाएंगे, सौगंध मुझे इस मिट्टी की, हम भारत भव्य बनाएंगे.अमृत महोत्सव ने एक प्रकार से इतिहास के छूटे हुए पृष्ठ को भविष्य की पीढ़ियों के लिए जोड़ दिया है. देश के करोड़ों परिवारों को पहली बार ये ऐहसास हुआ है कि उनके परिवार का, उनके गांव का भी आज़ादी में सक्रिय योगदान था. उसका जिक्र भले ही इतिहास की किताबों में नहीं हुआ, लेकिन अब वो गांव-गांव में बनी स्मारकों में, शिलालेखों में हमेशा के लिए अंकित हो चुका है.
पीएम मोदी ने कहा- इस अमृत महोत्सव के दौरान भारत ने ऐतिहासिक उपलब्धियां हासिल की है. हमें सदी के सबसे बड़े संकट कोरोना काल का सफलतापूर्वक मुकाबला किया. इसी दौरान हमने विकसित भारत का रोडमैप बनाया. भारत, दुनिया की सबसे बड़ी पांचवीं अर्थव्यवस्था बना. चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग हुई.
पीएम ने कहा- जब देश आजादी के 100 साल मनाएगा, तब तक भारत को विकसित देश बनाना है. आजादी के 100 साल पूरे होने पर देश इस विशेष दिवस को याद करेगा. हमने जो संकल्प लिया, हमने आने वाली पीढ़ी से जो वादे किए, उसे हमें पूरा करना ही होगा. इसलिए हमें अपने प्रयास तेज करने हैं