फेमस यूट्यूबर एल्विश यादव को आज कोटा पुलिस ने डिटेन कर लिया. लेकिन बाद में पूछताछ करके छोड़ दिया गया. स्थानीय पुलिस ने यादव को किसी मामले में वांटेड होने से इनकार करते हुए छोड़ दिया. राजस्थान पुलिस महानिदेशक ने भी इसकी पुष्टि की है. दूसरी तरफ नोएडा पुलिस एल्विश यादव की तलाश में तीन राज्यों में सर्च ऑपरेशन चला रही है, लेकिन उसे कोई सुराग नहीं लग पा रहा है. एल्विश पर कोबरा समेत कई जहरीले सांपों के जहर से नशा कराने वाली (रेव) पार्टी आयोजित कराने का आरोप है. एल्विस यादव के हरियाणा होते हुए नोएडा जाने की सूचना है.
पुलिस के अनुसार एल्विश यादव को कोटा ग्रामीण के सुकेत थाना इलाके में शनिवार को दोपहर बाद डिटेन किया गया था. पुलिस ने वहां चुनाव के मद्देनजर नाकाबंदी कर रखी थी. उसी दौरान एल्विश यादव की कार वहां से गुजरी. इस पर पुलिस ने कार रुकवाया. पूछताछ में कार में एल्विश यादव के होने की जानकारी सामने आई. कोटा पुलिस के अनुसार इस संबंध में नोयडा पुलिस को सूचना दी गई थी. लेकिन यादव के किसी मामले में वांडेट नहीं होने की सूचना पर छोड़ दिया गया.
गिरफ्तार कर लिया है
उल्लेखनीय है कि एल्विश पर कोबरा सहित अन्य जहरीले सांपों के जहर से नशा कराने वाली पार्टी आयोजित कराने का ही आरोप नहीं है बल्कि उन नर सांपों को सप्लाई का भी गंभीर आरोप है. इस मामले में एल्विश के खिलाफ नोयडा पुलिस ने मामला दर्ज किया था. पुलिस ने इस मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार भी कर लिया है.
एल्विश पर ये आरोप लगे हैं
पुलिस ने छापा मारकर इस रेव पार्टी का खुलासा कर दिया था. पुलिस के मुताबिक एल्विश यादव पर आरोप है कि उन्होंने पार्टी के लिए जहरीले सांपों और विदेशी लड़कियों का इंतजाम भी किया था. इस मामले में यादव की तलाश है. दूसरी तरफ कोटा पुलिस का कहना है कि उसने नोयडा पुलिस के यादव की जानकारी शेयर कर पूछा तो लेकिन उन्होंने उनके किसी भी मामले में वांछित होने से इनकार कर दिया गया.
सुकेत थानाधिकारी ने स्पष्ट की स्थिति
सुकेत थाना अधिकारी विष्णु ने बताया विधानसभा चुनाव के चलते हुए रूटीन चेकिंग नाकाबंदी के दौरान पंजाब नंबर की गाड़ी आई. उसमें तीन से चार लोग सवार थे. पूछताछ में एक ने अपना नाम एल्विस यादव बताया. हमें पता चला कि एल्विस यादव का नोएडा में एक प्रकरण दर्ज है. हमने नोएडा के संबंधित थाने डीसीपी और एसीपी से बातचीत की. उन्होंने हमको बताया कि यादव अभी वांटेड नहीं है. अभी जांच चल रही है, उसके बाद हमने उनको छोड़ दिया.