दीपावली और छठ पूजा में घर जाने के लिए ट्रेनों में मारामारी मची है. भीड़ का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि कई ट्रेनों में वेटिंग भी बंद हो चुका है. लगातार बढ़ रही भीड़ को देखते हुए भारतीय रेलवे स्पेशल ट्रेनें चला रहा है. ये ट्रेनें भी फुल हो रही हैं, लोगों को इनमें में कंफर्म टिकट नहीं मिल रहा है. तमाम यह सोचकर वेटिंग टिकट ले रहे हैं कि इसे कंफम कर लेंगे.वेटिंग टिकट लेते समय इस का ध्यान जरूर रखना चाहिए कि किन ट्रेनों में टिकट कंफर्म हो सकता है और किसमें कंफर्म नहीं.
भारतीय रेलवे के अधिकारियो के अनुसार त्योहारी सीजन में लोग वेटिंग टिकट (विंडो) इसलिए ले लेते हैं कि अगर कंफर्म नहीं हुआ तो भी ट्रेन में सफर कर सकेंगे. इसके अलावा कम संख्या में लोग कंपर्म टिकट कैंसिल कराते हैं. इस वजह से सामान्य वेटिंग टिकट कंफर्म होने की संभावना बहुत ही कम हेाती है. कई बार वेटिंग एक भी कंफर्म नहीं हो पाता है.
वहीं, स्पेशल ट्रेनों में वेटिंग कम होती है. लोग कम वेटिंग देखकर स्पेशल ट्रेनों में यह सोचकर वेटिंग टिकट ले लेते हैं, कोई जुगाड़ लगाकर इमरजेंसी कोटा (ईक्यू) लगवाकर टिकट कंफर्म कर लेंगे. रेलवे अधिकारियों के अनुसार स्पेशल ट्रेनों में किसी तरह का कोटा नहीं लगता है. अगर आप यह सोचकर
स्पेशल ट्रेन में टिकट ले रहे हैं कि कोटा लगवा कंफर्म करवा लूंगा तो बिल्कुल ही न लें.
भारतीय त्यौहारी सीजन में रेलवे 283 विशेष ट्रेनें चलाने जा रही हैं. इसमें सबसे ज्यादा ट्रेनों का 1208 संचालन (फेरे) पश्चिमी रेलवे द्वारा किया जा रहा है. यानी गुजरात, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश से सबसे ज्यादा ट्रेनें चलेंगी. इस जोन से 36 अतिरिक्त ट्रेनें चलेंगी. वहीं, उत्तर रेलवे ने 34 ट्रेनें चलेंगी, जो त्यौहारी सीजन 1208 फेरे लगाएंगी. ये ट्रेनें दिल्ली और उत्तर प्रदेश के शहरों से प्रमुख रूप से चलेंगी.
वहीं, पूर्व मध्य रेलवे 42 ट्रेनें चलाएगा, ये ट्रेनें 512 फेरे लगाएंगी, जो बिहार और आसपास के राज्यों में जाएंगी. वहीं, प्रवासियों को देखते हुए दक्षिण भारत से भी अधिक ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है. दक्षिण मध्य रेलवे 58 स्पेशल ट्रेनों का संचालन करेगा और ये ट्रेनें 404 फेरे लगाएंगी. ये ट्रेनें दक्षिण उत्तर भारत के शहरों को चलेंगी.