नेपाल में भूकंप की तबाही के बाद अब इंडोनेशिया में धरती कांपी है. इंडोनेशिया में जोरदार भूकंप के झकटे महसूस किए गए हैं, जिसकी रिक्टर स्केल पर तीव्रता 7. 0 मापी गई. इंडोनेशिया में दो बार धरती हिली है, जिसकी वजह से लोग सहम उठे हैं. फिहाल, इसमें अब तक किसी हताहत की खबर नहीं है.
समाचार एजेंसी एपी के मुताबिक, शक्तिशाली भूकंपों की एक श्रृंखला ने बुधवार को पूर्वी इंडोनेशिया में कम आबादी वाली द्वीप श्रृंखला को हिलाकर रख दिया. हालांकि, क्षति या हताहत की तत्काल कोई रिपोर्ट नहीं है. इंडोनेशिया की मौसम विज्ञान, जलवायु विज्ञान और भूभौतिकी एजेंसी ने कहा कि फिलहाल, सुनामी का कोई खतरा नहीं है लेकिन संभावित झटकों की चेतावनी दी है.
दरअसल, अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण ने कहा कि 6.9 तीव्रता का भूकंप मालुकु प्रांत के तटीय शहर तुआल से 341 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में 10 किलोमीटर की गहराई पर आया. यूएसजीएस ने कहा कि इसके बाद उसी इलाके में 7.0 तीव्रता का एक और भूकंप आया और 5.1 तीव्रता के दो झटके महसूस किए गए.
नेशनल डिजास्टर मिटिगेशन एजेंसी के प्रवक्ता अबुल मुहारी ने एक बयान में कहा कि तनिंबर द्वीप समूह के ग्रामीणों ने कुछ मिनटों के लिए तेज झटके की सूचना दी. उन्होंने कहा कि भूकंप का केंद्र तनिंबर द्वीप समूह के पास बांदा सागर में था, जहां की आबादी लगभग 127,000 है. बता दें कि 270 मिलियन से अधिक लोगों का देश इंडोनेशिया अक्सर भूकंप, ज्वालामुखी विस्फोट और सुनामी से प्रभावित होता है क्योंकि यह प्रशांत बेसिन में ज्वालामुखियों और फॉल्ट लाइनों के चाप पर स्थित है जिसे ‘रिंग ऑफ फायर’ के रूप में जाना जाता है.
बता दें कि 2004 में हिंद महासागर में 9.1 तीव्रता के भूकंप के कारण सुनामी आई थी, जिसमें एक दर्जन देशों में करीब 230,000 से अधिक लोग मारे गए, जिनमें से अधिकांश इंडोनेशिया के आचे प्रांत में थे,