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डेरेक ओ’ब्रायन ने ऐसा क्‍या किया? राज्‍यसभा की विशेषाधिकार समिति को भेजा गया आचरण की जांच का मामला, 3 महीने में आएगी रिपोर्ट

राज्यसभा ने गुरुवार को निलंबित टीएमसी सांसद डेरेक ओ’ब्रायन के खिलाफ एक प्रस्ताव पारित किया है, जिसमें उनके आचरण को एग्‍जामिन करने के बाद जांच करने के लिए मामले को विशेषाधिकार समिति को भेजा गया है. कहा गया कि इस पूरे प्रकरण की जांच तीन महीने के भीतर पूरी कर ली जानी चाहिए. टीएमसी सांसद आज संसद की सुरक्षा में चूक मामले पर राज्‍यसभा में हंगामा कर रहे थे. सभापति ने अमर्यादित व्‍यवहार के लिए उन्‍हें पूरे सत्र के लिए सस्‍पेंड कर दिया है लेकिन वो फिर भी सदन में बने रहे.

राज्‍यसभा के अध्यक्ष जगदीप धनखड़ ने सदन के नेता पीयूष गोयल द्वारा टीएमसी सांसद डेरेक ओ’ब्रायन के गलत आचरण को लेकर मूव किए गए प्रस्ताव को पेश किया. इस प्रस्‍ताव में टीएमसी सांसद द्वारा बार-बार नियम की अवहेलना करने की बात कही गई. नियम 256 (3) के घोर उल्लंघन का दावा किया गया. गोयल ने प्रस्ताव पेश करते हुए कहा, “सदन सदस्य डेरेक ओ’ब्रायन के आचरण को गंभीरता से लेता है, जिन्हें नियम 256 (2) के तहत सदन की सेवा से निलंबित कर दिया गया था. वो जानबूझकर नियम 256 का घोर उल्लंघन करते हुए सदन में बने रहे. चेयर द्वारा बार-बार दिए गए निर्देश की अवहेलना की गई. इस तरह उनका अपराध और बढ़ गया और सदन की गंभीर अवमानना ​​और सदस्यों के विशेषाधिकार का उल्लंघन हुआ. सदन इस बात पर सहमत हैं कि इस मामले को तीन महीने के भीतर जांचा जाए.”

2 से 4 बजे के बीच तीन बार स्‍थगित हुआ सदन
चूंकि प्रस्ताव को अधिकांश सदस्यों ने स्वीकार कर लिया है, इसलिए सभापति ने इसे राज्यसभा की विशेषाधिकार समिति को भेज दिया. बाद में उन्होंने सदन की बैठक शुक्रवार सुबह 11 बजे होने के लिए स्थगित कर दी. इससे पहले, सभापति द्वारा सांसद को कक्ष में वापस जाने की बार-बार दी गई चेतावनी के बावजूद डेरेक की उपस्थिति के कारण सदन को दोपहर 2 से 4 बजे के बीच तीन बार स्‍थगित करना पड़ा था.