एशियन डेवलपमेंट बैंक (ADB) ने दूसरी तिमाही के उम्मीद से बेहतर आंकड़ों के बाद चालू वित्त वर्ष के लिए भारत की वृद्धि दर का अनुमान 6.3 प्रतिशत से बढ़ाकर 6.7 प्रतिशत कर दिया है. एशियन डेवलपमेंट आउटलुक दिसंबर 2023 के अनुसार, वित्त वर्ष 2023-24 की दूसरी तिमाही में उम्मीद से अधिक 7.6 प्रतिशत की जीडीपी वृद्धि देखी गई, जिससे पहली छमाही (अप्रैल-सितंबर) में 7.7 प्रतिशत की मजबूत वृद्धि हुई.
इसमें कहा गया, आर्थिक आंकड़ों से संकेत मिलता है कि विनिर्माण, खनन, निर्माण तथा यूटिलिटी सहित खासतौर पर औद्योगिक क्षेत्र में दोहरे अंकों में वृद्धि हुई है. बुधवार को जारी इस आउटलुक के अनुसार, ‘‘समग्र रूप से वित्त वर्ष 2020-24 के लिए कृषि में अपेक्षा से थोड़ी धीमी गति से वृद्धि होने की उम्मीद है, लेकिन उद्योग जगत में अपेक्षा से कहीं अधिक मजबूत वृद्धि इसकी भरपाई कर देगी। इसलिए वृद्धि दर को बढ़ाया गया है.’’
आरबीआई का अनुमान
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने पिछले हफ्ते वित्त वर्ष 2023-24 के लिए अपने वृद्धि अनुमान को 6.5 प्रतिशत से बढ़ाकर सात प्रतिशत कर दिया था. एशियन डेवलपमेंट आउटलुक ने सितंबर में वित्त वर्ष 2023-24 के लिए 6.3 प्रतिशत की जीडीपी वृद्धि का अनुमान लगाया था. अगले वित्त वर्ष 2024-25 के लिए मनीला स्थित बहुपक्षीय फंडिंग एजेंसी ने अपने वृद्धि पूर्वानुमान को 6.7 प्रतिशत पर अपरिवर्तित रखा है.
महंगाई बढ़ी
नवंबर में थोक व खुदरा महंगआी के आंकड़ों में वृद्धि देखने को मिली है. सीपीआई आधारित खुदरा महंगाई दर इस बार 5.5 फीसदी रही. वहीं, गुरुवार को आए आंकड़ों अनुसार, थोक महंगाई दर 7 महीनों बाद 0 से ऊपर उठकर 0.26 फीसदी पर आ गई है. इसके पीछे खाने-पीने की चीजों का महंगा होना एक कारण है. आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने मॉनेटिरी पॉलिसी की घोषणा करते हुए इस बात का अदेंशा जताया था कि नवंबर-दिसंबर में महंगाई थोड़ी बढ़ सकती है.