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संसद सुरक्षा चूक मामले में पुलिस के हाथ लगे अहम सबूत, ललित झा ने जला दिए थे जो फोन, उनके टुकड़े राजस्थान से बरामद

संसद की सुरक्षा में सेंध के मामले में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने संसद सुरक्षा चूक मामले में आरोपियों के फोन के जले हुए हिस्से राजस्थान के नागौर इलाके से बरामद किए हैं. सुरक्षा में सेंध के मुख्य साजिशकर्ता ललित झा ने संसद के अंदर और बाहर प्रदर्शन करने वाले आरोपियों के फोन को अपने पास जमा रखा लिया था.

न्यूज एजेंसी आईएएनएस के मुताबिक इन फोन को पुलिस के हाथ लगने से बचाने के लिए ललित झा ने पहले उन्हें तोड़ा और फिर जला दिया था. जांच से जुड़े एक सूत्र ने बताया कि सबूत हासिल करने के लिए झा को राजस्थान ले जाया गया था. एक अधिकारी ने बताया, “ललित की निशानदेही पर हमने टूटे हुए फोन बरामद किए हैं.” सूत्रों ने बताया है कि इन टुकड़ों के फॉरेंसिक जांच से अहम सबूत हाथ लग सकते हैं.

आरोपियों के फोन लेकर भागा था ललित

पुलिस ने बताया है कि झा ने संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने की अपनी योजना को अंजाम देने से ठीक पहले चार अन्य आरोपियों के मोबाइल फोन ले लिए थे और विरोध प्रदर्शन के वीडियो बनाने के बाद जल्दबाजी में भाग निकला था. उसने संसद के बाहर अमोल और नीलम के विरोध प्रदर्शन को भी फिल्माया और इसे कोलकाता में निलाक्क्ष आइच नाम के एक व्यक्ति के साथ साझा किया था. आइच पश्चिम बंगाल में एक एनजीओ (सामोवादी सुभाष) से जुड़ा हुआ है.

इसके बाद ललित राजस्थान भाग गया था. वहां फोन पुलिस के हाथ न पड़े, इसके लिए उसने पहले उसे तोड़ा था और उसके बाद जला दिया था. हालांकि बाद में जब उसे पता चल गया कि उसकी तलाश में पुलिस जगह-जगह दबिश दे रही है तो फिर अपने अन्य दोस्तों की सलाह पर दिल्ली आया और कर्तव्य पथ के थाने में जाकर सरेंडर कर दिया था.

बंगाल जाएगी दिल्ली पुलिस की टीम

सूत्रों के अनुसार, दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की एक टीम कोलकाता के एक प्रतिष्ठित कॉलेज में स्नातक द्वितीय वर्ष के छात्र आइच से पूछताछ करने के लिए पश्चिम बंगाल जा सकती है. दिल्ली की एक अदालत ने शुक्रवार को झा को सात दिन की पुलिस हिरासत में भेजने के बाद, छठे आरोपी महेश कुमावत को भी शनिवार को एक सप्ताह के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया है. गुरुवार को, उसी अदालत ने चार आरोपियों सागर शर्मा, मनोरंजन डी, नीलम आजाद और अमोल शिंदे को सात दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया था. इन चारों को बुधवार को संसद परिसर से गिरफ्तार किया गया था.