छत्तीसगढ़

हैवी ब्लास्टिंग से मकानों मे पड़ रही दरारे

छत्तीसगढ़ ,बलौदाबाजार- दोपहर 2:00 बजते ही स्थानीय अंबुजा अडानी सीमेंट संयंत्र के परिधि में बसे ग्रामों के बासिंदों का जान हलक पर आ जाती है लोग अपने-अपने घरों में दुबक जाते हैं दोपहर होते ही बासिंदो में डर का माहौल बन जाता है लोग ऊंचे स्थानों में रखें सामानों को नीचे रख लेते हैं गांव व बलौदा बाजार भाटापारा को जोड़ने वाले मुख्य मार्ग में लोगों का चलना मुश्किल हो जाता है बलौदा बाजार भाटापारा मुख्य मार्ग को कुछ समय के लिए ब्लॉक कर दिया जाता है लोग सहम जाते हैं लोगों के अंदर भय का वातावरण बन जाता है लोग अपने अपने घरों में दुबक कर रहने को मजबूर हो जाते हैं इन्सानों की बात दूर जानवरों में भी भय का वातावरण व्याप्त हो जाता है
अंबुजा अदानी सीमेंट संयंत्र द्वारा सारे नियमों कायदों को ताक में रखकर संयंत्र की खदानों में अत्यधिक तीव्र क्षमता का बारूदी विस्फोट किया जा रहा है। जिसके चलते संयंत्र के परिधि में लगे ग्रामों जैसे रवान,कुकुरदी ,भद्रापाली,भरसेली, भरसेला, पौसरी ,करमनडीह, ढनढनि, मल्दी, अर्जूनी ,खैरताल आदि अनेकों ग्रामों के मकान की दीवारों में स्पष्ट देखा जा सकता है उसका ताजा उदाहरण कुछ वर्ष पूर्व ग्राम पौसरी के मुख्य मार्ग में संयंत्र के ब्लास्टिंग के दौरान बड़ा सा पत्थर छीटक्कर आ गया था। जिसकी शिकायत जिला मुख्यालय में गांव के जनप्रतिनिधियों द्वारा किया गया है।संयंत्र के खदानों में अत्यधिक तीव्रता वाले ब्लास्टिंग से बड़ी-बड़ी पत्थरों के चट्टानों में दरारें आ जाती है संयंत्र द्वारा किए गए विस्फोट के चलते भूमिगत जल स्रोतों से पानी रिस कर खदानों में भरने लगा है जिसका उपयोग नियम विपरीत संयंत्र द्वारा पावर प्लांट अथवा संयंत्र में किया जा रहा है। जिसके चलते आने वाले गर्मी के दिनों में संयंत्र के परिधि से लगे गांव को भीषण जल संकट का सामना करना पड़ता है। वहीं शासन को लाखों रुपए कर की छति पहुंचाई जा रही है ।इन पर नियंत्रण रखने वाले प्रमुख शासकीय विभागों के अधिकारीयों पर संयंत्र की मेहमान नवाजी से नतमस्तक नजर आ रहे हैं। ग्रामीण द्वारा आरोप लगाया कि अधिकारी इन पर कार्यवाही करने से चुकते रहते हैं। यदि सामान्य जन संयंत्र के खिलाफ आवाज उठाने का प्रयास करता है तो उसके खिलाफ झूठे मामले दर्ज कराए जाने के अलावा सभी प्रमुख हथकंडे अपनाए जाने के मामले प्रकाश में आए हैं। संयंत्र का खदान कुकुरदी के पास पहुंच चुका है उसके अलावा ग्राम भरसेली के स्कूल के पास व ग्राम करमनडीह के पास पहुंच चुका है। जो आसपास के लोगों के लिए चिंता का विषय बना हुआ है
ज्ञात हो कि जिले में छह प्रमुख सीमेंट संयंत्र स्थापित है जिनके अधिकांश खदानों में विस्फोटक हेतु बारूद का भंडारण कक्ष बनाया जाता है जिनकी सुरक्षा भगवान भरोसे है यह भंडारण का घनी आबादी वाले इलाकों के आसपास निर्मित किए गए हैं आकस्मिक अथवा आगजनी की स्थिति में विस्फोट के दौरान भारी तबाही के संदेशों से भी ग्रामीणों में भय व्याप्त है
गौर तलब है कि अंबुजा अदानी सीमेंट संयंत्र द्वारा ग्रामीण विकास,एनजीओ,पर्यावरण सुरक्षा ,कॉरपोरेट, सामाजिक दायित्व ,आदि के माध्यम से लोक लुभावन नारे देकर फर्जी आंकड़े प्रस्तुत किए जाते हैं
किंतु पूष्ठ सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार इन कार्यक्रमों का उपयोग संयंत्र द्वारा महज अपनी खामियों को छुपाने के लिए किया जा रहा है। संयंत्र की खामियों को गौर करें तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आते हैं सामान्य तौर पर संयंत्र प्रबंधन को खदानों की स्वीकृति अथवा लीज प्रदान करने के दौरान निर्धारित गहराई तक खुदाई करने की अनुमति प्रदान की जाती है साथ ही अनिवार्य रूप से खुदाई किए गए वृहद खदानों को भरकर समतल किए जाने का अनुबंध भी किया जाता है । परंतु संयंत्र द्वारा इस नियम से बचने के लिए निर्धारित गहराई से कुछ एक मीटर काम खुदाई कर उसे रिकॉर्ड में उपयोगी साबित किया जाता है जो पर्यावरण एवं सुरक्षा की दृष्टि से बेहद ही खतरनाक है। संयंत्र का यह खदान सैकड़ो एकड़ में फैला हुआ है
संयंत्र के खदानों में ब्लास्टिंग के दौरान नियम विपरीत अधिक क्षमता के विस्फोटक से खदान के समिप बसे बासिऺदे प्रतिदिन थर्रा उठते हैं वहीं आगंतुक भूकंप के भय से कांप उठते हैं खदान तथा संयंत्र क्षेत्र में सुरक्षा संबंधी मापदंडों की अनदेखी के उक्त प्रमाण होने के बावजूद शासकीय विभागों के द्वारा कार्यवाही ना किया जाना लोगों में असंतोष का कारण बना हुआ है तीव्रता वाले विस्फोट के कारण नए-नए घरों में बड़ी-बड़ी दरारें आ रही है लोगों की मेहनत कमाई से बनाया गये घरों में कुछ ही समय में बड़ी-बड़ी दरारें आ रही है । संयंत्र के खदानों में विस्फोट इतना तेज होता है कि घरों के दीवार खिड़की दरवाजे पंखे तक कांप उठते हैं ऊंचाई में रखे हुए वस्तुएं नीचे गिर जाते हैं इस विस्फोट के प्रभाव को जिला मुख्यालय स्थित बड़े-बड़े इमारतों में देखा जा सकता है आसपास के गांव के लोग विस्फोट के कारण हमेशा भय में जीवन यापन करने को मजबूर है

इस संबंध में माइंस हेड राजू जोशी ने कहा कि खदान में विस्फोट शासकीय नियमों के अनुसार किया जाता है

इस संबंध में जिला खनिज अधिकारी के के बंजारे ने कहा कि , इस संबंध में पूर्व में खान सुरक्षा महानिदेशालय (D .G.M.S भारत सरकार ) को सुचित् किया गया है उन्हीं के द्वारा उनकी जांच की जाती है