छत्तीसगढ़

झूठ, फरेब और बदजुबानी की पराकाष्ठा पार कर दिया है कांग्रेस ने

भाजपा नेताओं ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का वीडियो जारी कर पूछा है कि क्या इसमें किसी समाज का अपमान है?*

प्रधानमंत्री से लेकर हर तबके का अपमान और छल करने वाले कांग्रेस नेताओं पर शर्म करना चाहिये कांग्रेस को : भाजपा

मुख्यमंत्री साय पर यादव समाज का अपमान करने के लगाए गए आरोप पर वन मंत्री कश्यप, पूर्व सांसद यादव व विधायक द्वय साहू व यादव का पलटवार

‘कांग्रेसियों को महंत के बयान की निंदा करने के लिए उनके बयान का जिक्र करना अपमान लग रहा है पर अपने नेताओं के भद्दे बयानों पर खामोश रहते हैं’

रायपुर। छत्तीसगढ़ के वन मंत्री केदार कश्यप, भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता मधुसूदन यादव और भाजपा विधायक द्वय मोतीलाल साहू व गजेंद्र यादव ने एक संयुक्त वक्तव्य में कांग्रेस द्वारा मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय पर यादव समाज का अपमान करने के लगाए गए आरोप पर पलटवार करते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर देश-प्रदेश के हर तबके का अपमान और उनके साथ छल करने वाली कांग्रेस के लोगों के मुँह से इस तरह का मिथ्या प्रलाप कतई शोभा नहीं देता। भाजपा नेताओं ने कहा कि लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के पास चूँकि कोई मुद्दा नहीं रह गया है, इसलिए वो इस तरह का प्रलाप करके झूठ फैला रहे हैं, लेकिन प्रदेश का जनमानस और कोई भी समाज अब कांग्रेस के झाँसे में नहीं आने वाला है।

भाजपा के वरिष्ठ नेता मधुसूदन यादव और दुर्ग के विधायक गजेंद्र यादव ने कहा कि सच तो यह है कि नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने मोदीजी के विरुद्ध हिंसा के लिये उकसाया और यादव समाज को केवल लठैत और सतनामी समाज को केवल गाली देने वाला समाज कहा, उस पर शर्मिंदा होने या माफी मांगने के बजाय कांग्रेस द्वारा उल्टे बकवास करना घृणित और निंदनीय है। कांग्रेसियों को तब यादव और सतनामी समाज के अपमान की पीड़ा क्यों नहीं हुई जब नेता प्रतिपक्ष महंत ने कांग्रेस के ही पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ ही एक विधायक का नाम लेकर उसे भी एक मजबूत ‘लाठी धरैया’ और एक पूर्व विधायक का नाम लेकर उसे सिर्फ गाली दे सकने वाला बताया था। प्रदेश के विकास में अपना अहम योगदान करने वाले विभिन्न समाजों का सार्वजनिक मंचों से खुला अपमान करने वाले कांग्रेसियों यह दोहरा राजनीतिक चरित्र प्रदेश की जनता देख रही है, समझ रही है।

भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष व विधायक मोतीलाल साहू ने कहा कि बदज़ुबानी की पराकाष्ठा पार करते हुए विश्व के सबसे बड़े नेता, भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को माँ की गाली दी गई, तब कांग्रेस का राष्ट्रीय प्रवक्ता निर्लज्जतापूर्वक हँसता रहा, यह पिछड़े समाज के प्रति कांग्रेस की घोर दुर्भावना का शर्मनाक प्रदर्शन था। किसी कांग्रेसी ने इसकी निंदा करना तो दूर, किसी ने अपने चेहरे पर शिकन तक नहीं आने दी! उन्होंने कहा कि श्री मोदी जैसे नायक को जन्म देने वाली दिवंगत माँ के नाम की दुनिया की सबसे भद्दी गाली देने पर भी किसी भी कांग्रेसी को न तो इसमें महतारियों का अपमान लगा, न साहू समाज का, न ओबीसी समाज का और न ही भारत देश का अपमान लगा। श्री साहू ने कहा कि कांग्रेस का पिछड़ा वर्ग के प्रति यह दुराग्रह शुरू से सामने आता रहा है और इसके लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी को सजा भी हुई और फिर माफी भी मांगनी पड़ी थी। यह हैरत की बात है कि कांग्रेसियों को नेता प्रतिपक्ष महंत के बयान की निंदा करने के लिए उनके बयान का जिक्र करना अपमान लग रहा है पर वे अपने नेताओं के भद्दे बयानों पर खामोश रहते हैं।

प्रदेश के वन मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि हार कर लौटती हुई सेना की तरह कांग्रेस अब सबकुछ ध्वस्त और नष्ट कर देना चाहती है। कांग्रेस अब सभ्यता, संस्कृति, शालीनता और सभी मर्यादाओं को घोटकर पी गयी है। सच तो यह है कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का एक सौम्य और सहज आदिवासी चेहरा कांग्रेस को शूल की तरह से चुभ रहा है। कांग्रेसियों के इस कष्ट का कोई इलाज नहीं है। भाजपा ने आदिवासी समाज के कल्याण के लिए सतत चिंता करके योजनाओं का क्रियान्वयन किया। उनके लिए अटल जी के शासनकाल में अलग से एक मंत्रालय बनाया गया। पहली बार भाजपा ने देश के सर्वोच्च पद पर आदिवासी समाज की जुझारू बेटी श्रीमती द्रौपदी मूर्मू को राष्ट्रपति बनाया। श्री कश्यप ने कहा कि श्रीमती मूर्मू को राष्ट्रपति बनने से रोकने में विफल कांग्रेस ने महामहिम मूर्मू जी को ‘राष्ट्रपत्नी’ कह कर अपमानित किया। ऐसे गालीबाज कांग्रेसियों को आदिवासियों के नाम पर झूठ फैलाने के लिए शर्म महसूस करनी चाहिए।