इस वक्त उत्तर और मध्य भारत भीषण गर्मी की चपेट में है. आलम यह है कि हीट-वेव के चलते मौत की खबरें भी सामने आने लगी हैं. इसी बीच भारतीय मौसम विभाग (IMD) की तरफ से लोगों को एक गुड न्यूज दी गई है. बताया गया कि इस साल औसत से अधिक मानसून देश में रहने की संभावना है. आईएमडी ने कहा, “अगर आंकड़ों के नजरिए से समझें तो पूरे देश में दक्षिण-पश्चिम मानसून के चलते होने वाली मौसमी बारिश ± 4 प्रतिशत की मॉडल एरर के साथ लंबी अवधि के एवरेज (LPA) का 106% होने की संभावना है.”
मौसम विभाग ने बताया, “इस साल जून से सितंबर तक चलने वाले देश के मानसून सीजन में सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना है.” IMD ने कहा कि भारत के मध्य और दक्षिणी हिस्से में मानसून सामान्य से ऊपर रहेगा. भारत के नॉर्थ-ईस्ट वाले हिस्से में बारिश सामान्य से कम होगी. साथ ही नॉर्थ-वेस्ट इंडिया में भी सामान्य से कम बारिश होने का अनुमान है. बताया गया कि अगले 5 दिनों में केरल में मानसून की शुरुआत हो सकती है. इसे लेकर परिस्थितियां एक दम अनुकूल है.
पिछले साल कम हुई बारिश
पिछले साल मानसून के सीजन में भारत में कुल 94 प्रतिशत बारिश हुई. भारत में कुल बारिश का 70 प्रतिशत से अधिक हिस्सा दक्षिण पश्चिम मानसून अवधि के दौरान प्राप्त हुआ. भारत में दक्षिण-पश्चिम मानसून की रफ्तार केरल में मानसून की शुरुआत से साफ हो जाती है. यह हॉट और ड्राय सीजन से बरसात के मौसम में बढ़ने को दर्शाने वाला एक महत्वपूर्ण संकेतक है.
जून में गर्मी करेगी और परेशान!
आईएमडी ने यह साफ कर दिया है जून में तापमान सामान्य से अधिक रहने की संभावना है. आईएमडी ने जून में उत्तर पश्चिम भारत और मध्य क्षेत्र के आसपास के हिस्सों में अधिक संख्या में हीटवेव वाले दिनों की भविष्यवाणी की है. आईएमडी ने कहा है, “जून 2023 के दौरान, उत्तर पश्चिम भारत के अधिकांश क्षेत्रों और उत्तर मध्य भारत के पड़ोसी क्षेत्रों में सामान्य से अधिक गर्मी वाले दिन रहने की संभावना है.”