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बाइडेन को नहीं भा रहा नेतन्‍याहू का गुरूर! क्‍या इजरायल बंधकों को नहीं बचा सकता था? हमास ने कर द‍िया खुलासा

गाजा की धरती पर हमास ने बीते 11 महीने से बंधक छह इजरायलियों को गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया. इसके बाद अमेरिका की तरफ से भी इस घटना को लेकर नेतन्‍याहू प्रशासन से नाराजगी जाहिर की गई. अमेरिका का कहना है कि इन बेकसूर लोगों की जान को बचाया जा सकता था. इस मामले में अब हमास की तरफ से भी बयान जारी किया गया है. हमास का कहना है कि अगर इजरायल डिफेंस फोर्स (IDF) चाहती भी तो भी इन लोगों को नहीं बचा पाती.

IDF ने दावा किया कि सुरक्षाबलों के लोगों तक पहुंचने से थोड़ी देर पहले ही उनकी क्रूरतापूर्वक हत्या कर दी गई थी. हमास के प्रवक्ता अबू उबैदा ने न्‍यूज एजेंसी रॉयटर्स से बातचीत के दौरान कहा, “हम सभी को साफ कर देना चाहिए कि नुसेरात में हुई घटना के बाद, कैदियों की सुरक्षा के लिए मुजाहिदीन को नए निर्देश जारी किए गए हैं. इन निर्देशों में बताया गया है कि अगर कब्जे वाली सेना उस स्थान पर पहुंचती है जहां कैदियों को रखा गया है, तो स्थिति को कैसे संभालना है.” उबैदा ने छह बंधकों की मौत के लिए इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू को दोषी ठहराते हुए कहा कि वो बातचीत के बजाय सैन्य अभियान चलाने पर विश्‍वास रखते हैं.”

नेतन्‍याहू सेन्‍य एक्‍शन पर करते हैं विश्‍वास
उबैदा ने कहा, “नेतन्याहू द्वारा बताचीत करने के बजाय सैन्य एक्‍शन के माध्यम से कैदियों को मुक्त करने का आग्रह करने का मतलब है कि बंधकों को कफन में उनके परिवारों को लौटा दिया जाएगा. उनके परिवारों को यह चुनना होगा कि वे उन्हें मृत चाहते हैं या जिंदा.” हमास के कब्‍जे में छह लोगों की मौत के बाद इजरायल में नेतन्याहू के खिलाफ काफी विरोध प्रदर्शन हुए. बंधकों के परिवार वालों की तरफ से कहा गय, “बंधकों की वापसी के लिए एक समझौते पर दो महीने से अधिक समय से बातचीत चल रही है. अगर इस सौदे को फेम नहीं किया जाता तो आज सुबह जिन बंधकों की मौत के बारे में हमें पता चला, वे जिंदा होते.”

बाइडेन क्‍यों हैं नाराज?
इस मामले में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने भी नेतन्याहू पर निशाना साधा. उन्‍होंने कहा कि वे युद्धविराम और बंधक समझौते को सुरक्षित करने के लिए पर्याप्त प्रयास नहीं कर रहे हैं. अमेरिका का कहना है कि वो कतर और मिस्र के मध्यस्थों के साथ अमेरिका महीनों से एक समझौते पर काम कर रहा है. इसका मकसद मध्‍यस्‍थता के जरिए गाजा में लड़ाई को रोक देगाना और शेष बंधकों की रिहाई में मदद करेगा है.